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धर्म-अध्यात्म
तुलसी तोड़ते समय इन बातों का रखें ध्यान, वरना रुष्ट हो जाएगी देवी मां
Rani Sahu
21 April 2022 6:47 PM GMT
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हिंदू धर्म में तुलसी का अधिक महत्व है
हिंदू धर्म में तुलसी का अधिक महत्व है। मान्यता है कि जिस घर में मां तुलसी की पूजा विधि-विधान से की जाती है। वहां पर हमेशा मां लक्ष्मी का वास रहता है। इसलिए सुबह रोजाना तुलसी के पौधे को जल देना चाहिए और शाम के समय घी का दीपक जलाना चाहिए। वैशाख माह में तुलसी पूजन का काफी अधिक महत्व है। क्योंकि इस माह को भगवान विष्णु का प्रिय माह माना जाता है। इसलिए रोजाना भगवान विष्णु को तुलसी दल चढ़ाने से हर तरह के कष्ट से छुटकारा मिल जाता है। शास्त्रों में जहां एक ओर तुलसी पूजन के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है। वहीं दूसरी ओर तुलसी तोड़ने के भी कुछ नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना बेहद जरूरी माना जाता है।
तुलसी तोड़ते समय ध्यान रखें ये बातें
शास्त्रों के अनुसार, तुलसी की पत्तियों को रविवार के दिन नहीं तोड़ना चाहिए। क्योंकि भगवान विष्णु का दिन होता है और तुलसी उनके लिए प्रिय है।
रविवार के दिन तुलसी के पौधे को जल भी नहीं देना चाहिए। मान्यता है कि तुलसी माता रविवार के दिन भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में जल देने से व्रत खंडित हो जाता है।
विष्णु पुराण के अनुसार, एकादशी, द्वादशी, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण के दिन तुलसी नहीं तोड़ना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार, तुलसी की पत्तियों को शाम के समय भी नहीं तोड़ना चाहिए। क्योंकि तुलसी राधारानी के स्वरूप होता है। मान्यता है कि शाम के समय राधा रानी श्री कृष्ण के साथ होती है। इसलिए शाम को तुलसी तोड़ने की मनाही है।
तुलसी को कभी भी बिना नहाए नहीं छुना चाहिए। हमेशा साफ सुथरे होकर ही तोड़ना चाहिए। अन्यथा भगवान तुलसी दल को स्वीकार नहीं करेंगे।
घर में कभी भी तुलसी का सूखा पौधा नहीं करना चाहिए। इसे किसी बहती नदी या फिर तालाब में प्रवाहित कर देना चाहिए। क्योंकि सूखा तुलसी का पौधा रखने से कई तरह की नकारात्मक ऊर्जा का घर में वास हो जाता है।
तुलसी की पत्तियों को भगवान विष्णु के सभी अवतारों को चढ़ाना चाहिए। लेकिन भगवान गणेश और भगवान शिव को नहीं अर्पित करना चाहिए।
Rani Sahu
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