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धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, गुरु को आध्यात्म, सफलता
हफ्ते के सभी 7 दिन किसी ना किसी देवी-देवता को समर्पित है. हिंदू धर्म के लोगों की इसके प्रति गहरी आस्था भी है. सभी लोग किसी देवी-देवता की कृपा पाने के लिए दिन के हिसाब से विशेष तौर पर पूजा-अर्चना करते हैं और व्रत भी रखते हैं. ऐसे में गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव को समर्पित है. जो लोग इस दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा करते हैं, उनपर हमेशा इनकी कृपा बनी रहती है. पूजा के साथ ही इस दिन व्रत रखना भी बहुत फलदायी होता है और कई लोग तो इस दिन पीले रंग के कपड़े भी पहनते हैं.
गुरुवार व्रत के समय इन बातों का रखें ध्यान
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, गुरु को आध्यात्म, सफलता और समृद्धि का कारक माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी की भी पूजा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है. लेकिन पूजा या फिर व्रत रखने समय कुछ चीजों का विशेष ध्यान देना चाहिए या फिर पूजा या व्रत करने के दौरान इस चीजों से बचना चाहिए. आइए जानते हैं उन कार्यों के बारे में…
भूलकर भी इस दिन बाल वहीं काटने चाहिए और ना ही शेविंग करनी चाहिए. साथ ही इस दिन नाखून भी ना काटें.
इस दिन सिर्फ घी का ही दीपक जलाना चाहिए. सरसों या तिल के तेल के प्रयोग से बचें.
गुरुवार के दिन घर में पोछा लगाने से घर का ईशान कोण कमजोर होता है यानी घर के बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है.
केले का सेवन भी नहीं करना चाहिए क्योंकि भगवान विष्णु केले के पेड़ में निवास करते हैं और इस दिन केले के पेड़ की पूजा की जाती है.
ना तो इस दिन कपड़े धोने चाहिए और ना ही नहाने के दौरान साबुन का प्रयोग करें.
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Apurva Srivastav
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