धर्म-अध्यात्म

कल व्रत खोलते समय रखें इन बातों का ध्यान, जानिए एकादशी व्रत के नियम

Tara Tandi
15 May 2023 1:56 PM GMT
कल व्रत खोलते समय रखें इन बातों का ध्यान, जानिए एकादशी व्रत के नियम
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हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता हैं लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि भगवान विष्णु की पूजा को समर्पित होता हैं इस दिन भक्त दिनभर उपवास रखते हैं और श्री हरि की विधिवत आराधना करते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास की पहली एकादशी आज यानी 15 मई दिन सोमवार को पड़ी हैं जिसे अपरा एकादशी के नाम से जाना जा रहा हैं इस दिन व्रत पूजन करने से सभी पापों का नाश हो जाता हैं। ऐसे में अगर आपने भी एकादशी का व्रत किया हैं तो इसका कल यानी 16 मई को करना उत्तम रहेगा। तो आज हम आपको एकादशी व्रत पारण के नियम बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
एकादशी व्रत पारण के नियम—
ज्योतिष अनुसार एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि पर सूर्यादय के बाद शुभ मुहूर्त में करना उत्तम माना जाता हैं। लेकिन हरि वासर के दौरान भूलकर भी व्रत का पारण नहीं करना चाहिए वरना व्रत पूजन का फल नहीं मिलता हैं। आपको बता दें कि हरि वासर द्वादशी तिथि की पहली एक चौथाई अवधि हैं साथ ही व्रत पारण में बैंगन, लहसुन, प्याज, मसूर की दाल का सेवन भी भूलकर नहीं करना चाहिए इसे वर्जित माना गया हैं।
अगर आप व्रत का पारण कर रहे हैं तो भगवान विष्णु की पूजा जरूर करें। अपरा एकादशी व्रत का पारण करने से पहले पानी से भरा कलश का दान गरीबों व जरूरतमंदों को करें। एकादशी व्रत का पारण करने के लिए सबसे उत्तम समय प्रात:काल का माना जाता हैं। इस समय व्रत का पारण अगर किया जाए तो भगवान व्रत पूजन का पूर्ण फल प्रदान करते हैं मान्यता है कि पारण के बाद गरीबों व जरूरतमंदों को उनके जरूरत के अनुसार चीजों का दान करना भी श्रेष्ठ होता हैं।
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