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फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को कामदा सप्तमी कहा जाता है। इस साल कामदा सप्तमी 9 मार्च, बुधवार को है। आज के दिन भगवान सूर्य की उपासना की जाती है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को कामदा सप्तमी कहा जाता है। इस साल कामदा सप्तमी 9 मार्च, बुधवार को है। आज के दिन भगवान सूर्य की उपासना की जाती है। कामदा सप्तमी को मनोकामना पूर्ण करने वाला व्रत माना गया है। कामदा सप्तमी का व्रत साल भर चलने वाला होता है। हर मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को व्रत रखते हैं और व्रत का पारण हर 4 महीने पर किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को रखने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। स्वास्थ्य, धन, संतान और पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। ब्रह्मा जी ने विष्णु जी को इस व्रत की महिमा सुनाकर इस व्रत के महत्त्व को बढ़ाया।
कामदा सप्तमी 2022 शुभ मुहूर्त-
सप्तमी तिथि प्रारंभ : 9 मार्च 2022 दिन बुधवार को दोपहर 12:30 बजे सप्तमी तिथि प्रारंभ होगी।
सप्तमी तिथि समाप्त :10 मार्च 2022 दिन गुरुवार को शाम 3:00 बजे सप्तमी तिथि समाप्त होगी।
कामदा सप्तमी पूजा विधि-
षष्ठी तिथि को एक समय भोजन करके कामदा सप्तमी के दिन निराहार रहकर "खरखोल्काय नमः" मन्त्र से सूर्य भगवान की पूजा की जाती है और अष्टमी को तुलसी दल के समान अर्क (आक ) के पत्तों को खाया जाता है। सुबह स्नानादि के बाद सूर्यदेव की पूजा की जाती है। कामदा सप्तमी के दिन "सूर्याय नमः" मन्त्र से भगवान का स्मरण किया जाता है। अष्टमी को स्नान करके सूर्य देव का हवन पूजन किया जाता है। सूर्य भगवान का पूजन करके आज घी , गुड़ इत्यादि का दान करना शुभ होता है और दूसरे दिन ब्राह्मणों का पूजन करके खीर खिलाने का विधान है।
किन जातकों के लिए व्रत लाभकारी-
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जिन जातकों को सूर्यदेव से अच्छे फल प्राप्त नहीं हो रहे या जिनकी सूर्य की दशा चल रही है या सूर्य नीचराशिस्थ है, उनके लिए यह व्रत आरम्भ करना अत्यंत लाभकारी होगा।
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