धर्म-अध्यात्म

Kalyug ka ant : Kalyug के अंत में ये चीजें हो जाएंगी विलुप्त

Admin4
27 Jun 2024 6:47 PM GMT
Kalyug ka ant : Kalyug के अंत में ये चीजें हो जाएंगी विलुप्त
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Kalyug ka aant : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुल 4 युग होते हैं. हर युग अपनी समयावधि पूरी करने के बाद खत्म होता है और एक नए युग की शुरुआत होती है. आज के समय की बात की जाए तो कलयुग चल रहा है. माना जाता है कि जब Sri Krishna ने कुरुक्षेत्र की भूमि पर महाभारत के युद्ध को अंजाम दिया था, तब द्वापरयुग का अंत हुआ था और कलयुग हावी हो गया था. कलयुग को सबसे विनाशकारी और पापी युग माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि
कलयुग
कब समाप्त होगा और उस वक्त कैसी परिस्थितियां होंगी इस बात का भी वर्णन हमारे धर्म ग्रंथों में मिलता है.
Kalyug का अंत
भले ही आज कलयुग चल रहा है और हम अपने आसपास कुछ ऐसी गतिविधियों को देखते हैं, जो धर्म के विरुद्ध है और बिल्कुल गलत है. लेकिन कहा गया है कि जैसे-जैसे कलयुग अपने समय में बढ़ता जाएगा, पाप भी बढ़ता चला जाएगा और कलयुग के अंत तक इतना पाप बढ़ जाएगा कि मनुष्य एक दूसरे को ही तबाह कर देगा. पाप की सीमा इतनी बढ़ जाएगी कि धरती कांप उठेगी. उस समय इस धरती पर रहना असंभव हो जाएगा. हर रिश्ता इतना मैला हो जाएगा कि स्त्रियों को अपने घर मे भी असुरक्षित महसूस होगा.
Kalyug के अंत में ये 3 चीजें हो जाएंगी विलुप्त
ऐसा माना जा रहा है कि कलयुग के अंत सबसे पहले गंगा, तुलसी और सरस्वती पृथ्वी से लुप्त होने लगेंगी. जमीन से अन्न उपजना बंद हो जाएगा. साथ ही पेड़ों पर फल नहीं लगेंगे और गाय दूध देना बंद कर देगी. देवी-देवता पृथ्वी छोड़कर अपने धाम लौट जाएंगे.
भगवान का कल्कि अवतार
कहा गया है कि चाहे कलयुग में कितना ही पाप क्यों न बढ़ जाए, लेकिन एक दिन उसका अंत जरूर होगा. उस वक्त भगवान अपना आखिरी अवतार लेंगे जिसे कल्कि अवतार कहा जाता है. कल्कि अपने घोड़े पर सवार होकर कलयुग का अंत करेंगे और फिर एक बार धरती पर सत्य और धर्म की स्थापना होगी. ये भी माना जाता है कि अभी भी इस धरती पर 7 ऐसी महान आत्माए हैं जो अमर है. उनमें
हनुमान, अश्वत्थामा, परशुराम, महाराजा बलि
आदि शामिल हैं. ये सात अमर आत्माएं भगवान कल्कि का साथ देंगी और कलयुग को अंजाम देंगे. तभी इन्हें मुक्ति मिल पाएगी.
कल्कि का वादा
भगवान विष्णु ने राम अवतार में माता वैष्णो के साथ वादा किया था कि जब वे धरती पर कल्कि रूप मे आएंगे तब उनके साथ विवाह करेंगे. ऐसी मान्यता है कि माँ वैष्णो आज भी त्रिकूट पर्वत पर उनका इंतजार कर रही है. और कल्कि अवतार में भगवान उनके साथ विवाह करेंगे और अपने वादे को निभाएंगे.
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