धर्म-अध्यात्म

Jyeshtha Month Vrat Tyohar: इस दिन से शुरू हो रहा है ज्येष्ठ माह, जानें पूजा विधि और महत्व

Tulsi Rao
16 May 2022 10:27 AM GMT
Jyeshtha Month Vrat Tyohar: इस दिन से शुरू हो रहा है ज्येष्ठ माह, जानें पूजा विधि और महत्व
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Jyeshtha Month Frestival 2022: हिंदी पंचाग के अनुसार पूर्णिमा के अगले दिन से नए हिंदी माह की शुरुआत होती है. अभी वैशाख माह चल रहा है, और 16 मई यानी आज इसकी पूर्णिमा है. 17 मई, मंगलवार से ज्येष्ठ माह की शुरुआत हो जाएगी. और 14 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा के साथ खत्म होगा. हिंदू धर्म में इस माह का विशेष स्थान है. धार्मिक मान्यता है कि ये महीना ब्रह्मा जी को अति प्रिय है. इस माह में सूर्य देव की उपासना का विशेष महत्व बताया गया है.

मान्यता है कि इस माह में उपासना और रविवार व्रत रखकर सूर्य देव को जल्द प्रसन्न किया जा सकता है. इस माह में बहुत ज्यादा गर्मी होती है इसलिए पेड़-पौधों, जीवों को जल देने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इस माह में कई व्रत और त्योहार पड़ते हैं. इस माह में एकदंत संकष्टी चतुर्थी, अपरा एकादशी, मासिक शिवरात्रि, सोमवती अमावस्या, शनि जयंती, वट सावित्री व्रत आदि सब इसी माह में पड़ते हैं. आइए जानते हैं ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों के बारे में.
ज्येष्ठ माह के व्रत और त्योहार- 17 मई से 14 जून तक
17 मई, मंगलवार: ज्येष्ठ माह प्रारंभ, प्रतिपदा तिथि, बड़ा मंगलवार व्रत
19 मई, गुरुवार: एकदंत संकष्टी चतुर्थी
22 मई, रविवार: मासिक कालाष्टमी व्रत
26 मई, गुरुवार: अपरा एकादशी
27 मई, शुक्रवार: प्रदोष व्रत
28 मई, शनिवार: मासिक शिवरात्रि
30 मई, सोमवार: ज्येष्ठ अमावस्या, वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
03 जून, शुक्रवार: विनायक चतुर्थी
07 जुलाई, गुरुवार: मासिक दुर्गाष्टमी व्रत
09 जून, गुरुवार: गंगा दशहरा
10 जून, शुक्रवार: निर्जला एकादशी
12 जून, रविवार: प्रदोष व्रत
14 जून, मंगलवार: ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, वट पूर्णिमा व्रत


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