धर्म-अध्यात्म

Jyeshtha Amavasya : इस उपाय को करने से पूरी होगी मनचाही मुराद

Tara Tandi
6 Jun 2024 10:47 AM GMT
Jyeshtha Amavasya : इस उपाय को करने से पूरी होगी  मनचाही मुराद
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Jyeshtha Amavasya ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि पर शनि जयंती का पर्व मनाया जाता है जो कि शनिदेव की साधना आराधना को समर्पित है इस दिन शनि पूजा का विधान होता है ऐसे में भक्त ज्येष्ठ अमावस्या के दिन पूजा पाठ और व्रत करते हैं इस साल शनि जयंती का पर्व 6 जून दिन गुरुवार यानी आज मनाया जा रहा है
अगर आपकी कोई विशेष मनोकामना है जो अभी तक पूरी नहीं हुई है तो ऐसे में आप शनि जयंती के दिन शनि महाराज की विधिवत पूजा कर दशरथकृत शनि स्तोत्र का पाठ भक्ति भाव से करें मान्यता है कि इस चमत्कारी पाठ को करने से शनि का आशीर्वाद मिलता है और मनोकामनाएं शीघ्र पूरी हो जाती हैं।
दशरथकृत शनि स्तोत्र:
नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठ निभाय च ।
नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ॥
नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च ।
नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते ॥
नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम: ।
नमो दीर्घाय शुष्काय कालदंष्ट्र नमोऽस्तु ते ॥
नमस्ते कोटराक्षाय दुर्नरीक्ष्याय वै नम: ।
नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने ॥
नमस्ते सर्वभक्षाय बलीमुख नमोऽस्तु ते ।
सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करेऽभयदाय च ॥
अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तु ते ।
नमो मन्दगते तुभ्यं निस्त्रिंशाय नमोऽस्तुते ॥
तपसा दग्ध-देहाय नित्यं योगरताय च ।
नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम: ॥
ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज-सूनवे ।
तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात् ॥
देवासुरमनुष्याश्च सिद्ध-विद्याधरोरगा: ।
त्वया विलोकिता: सर्वे नाशं यान्ति समूलत:॥
प्रसाद कुरु मे सौरे ! वारदो भव भास्करे ।
एवं स्तुतस्तदा सौरिर्ग्रहराजो महाबल:॥
दशरथ उवाच:
प्रसन्नो यदि मे सौरे ! वरं देहि ममेप्सितम् ।
अद्य प्रभृति-पिंगाक्ष ! पीडा देया न कस्यचित् ॥
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