धर्म-अध्यात्म

होलिका दहन पर बस कर लें ये काम, नहीं रहेगी पैसों की कमी

Teja
14 March 2022 9:21 AM GMT
रंगों के त्योहार होली (Holi 2022) में अब महज चंद दिन बचे हैं। ऐसे में देशभर में होली की तैयारी जोरों पर है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | रंगों के त्योहार होली (Holi 2022) में अब महज चंद दिन बचे हैं। ऐसे में देशभर में होली की तैयारी जोरों पर है। इस साल होलिका दहन (Holika Dahan) 17 मार्च को और होली (Holi) 18 मार्च को है। हिन्दुओं का सामाजिक त्यौहार होते हुए भी होली राष्ट्रीय त्यौहार बन गया है। इसमें न तो कोई वर्ण भेद है और नहीं हरकोई जाति भेद। इसको सभी वर्ग के लोग बड़े उत्साह से इस पर्व को मनाते हैं। मान्यता के मुताबिक में यह नवान्नेष्टि का यज्ञ है। इसे विधिवत् मनाने से वैकुण्ठ की प्राप्ति होती है।

हमारे धर्मशास्त्रों और कर्मकांड की पुस्तकों के मुताबिक होलिका दहन (Holika Dahan) की रात का अत्यंत महत्व होता है। होलिका दहन की रात को मनवांछित लाभ प्रदान करने के लिए लोगों को कुछ उपाय करने चाहिए। चाहें जैसा भी समय हो उसका निराकरण या कोई भी अभिलाषा हो उसकी पूर्ति होलिका दहन की रात को कुछ छोटे-छोटे उपाय और टोटके करने से हो जाती है। तो आइए जानते हैं होलिका दहन के कुछ चमत्कारी उपायों के बारे में।
होलिका दहन के दौरान करें ये उपाय
- अगर आपको अपने व्यापार या नौकरी से लाभ नहीं मिल रहा है अथवा आपको काफी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है तो होलिका दहन होने के बाद घर में पूजास्थल पर नारियल चढ़ाएं। इससे आपके घर में स्थापित देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और कार्य में धनलाभ भी होता है।
- होली वाले दिन सुबह-सुबह एक एकाक्षी नारियल लेकर उस पर सिन्दूर, धूप, दीप, नैवेद्य चढ़ाकर उसके बाद उसे लाल वस्त्र में बांधकर माता लक्ष्मी से अपने यहां पर वास करने की प्रार्थना करें और उस नारियल को अपने व्यवसायिक स्थल पर रख दें। ऐसा करने से आपका व्यवसाय प्रतिदिन बढ़ने लगेगा।
- यदि पति-पत्नी में आपस में अनबन रहती है तो होली के दिन पांच-पांच रत्ती के पांच मोतियों का ब्रेसलेट पहनें। इससे आपके दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। और आपके बीच फिर से प्रेम पनपने लगेगा।
- यदि संतान की चाह है तो इस दौरान भगवान कृष्ण के लड्डू गोपाल स्वरूप की पूजा करें। उन्हें माखन-मिश्री का भोग लगाएं। साथ ही गोपाल सहस्त्रनाम या संतान गोपाल मंत्र का जाप करें।
- यदि जीवन में संकट खत्म होने का नाम ही नहीं लेते तो आप होलाष्टक के दौरान दान-पुण्य कीजिए। इससे जीवन के तमाम कष्टों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा हनुमान जी और नरसिंह भगवान की पूजा कीजिए।
- बीमार रहते हैं तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। साथ ही गुग्गल से घर में हवन करें। इससे घर की नकारात्मकता दूर होगी और आपका स्वास्थ्य शीघ्र बेहतर होने लगेगा।
- किसी विशेष कार्य में सफलता के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र, सुंदरकांड या बगुलामुखी मंत्र का जाप करें।
- आर्थिक संकट है या फिर कर्ज से मुक्ति के लिए होलाष्टक के दौरान श्रीसूक्त व मंगल ऋण मोचन स्तोत्र का पाठ करें।
- मनचाही नौकरी, व्यवसाय में सफलता पाने के लिए हवन करें। अगर आपका व्यवसाय है तो ये हवन कार्यस्थल पर ही करें। ये हवन जौ, तिल और शक्कर से करें। हवन के दौरान हल्दी की गांठ, पीली सरसों, गुड़ और कनेर के फूलों को जरूर शामिल करें।
- धर में सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए राम रक्षास्तोत्र, विष्णु सहस्त्रनाम या फिर हनुमान चालीसा का नियमित रूप से पाठ कीजिए।
होली का पर्व फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन 17 मार्च 2022 को पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 09 बजकर 06 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक है। होलिका दहन का समय 01 घंटा 10 मिनट है। इस दौरान भद्रा पूंछ रात 09 बजकर 06 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। भद्रा मुख रात 10 बजकर 16 मिनट से 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा।
होलिका दहन पूजा का शुभ मुहूर्त
होलिका दहन गुरुवार, मार्च 17, 2022 को
होलिका दहन मुहूर्त - रात 9 बजकर 6 मिनट से लेकर 10 बजकर 16 मिनट तक
अवधि - 01 घण्टा 10 मिनट
रंगवाली होली शुक्रवार, मार्च 18, 2022 को
भद्रा पूंछ - रात 9 बजकर 6 मिनट से लेकर 10 बजकर 16 मिनट तक
भद्रा मुख - रात 10 बजकर 16 मिनट से लेकर 18 मार्च 2022 की दोपहर 12 बजकर 13 मिनट तक


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