धर्म-अध्यात्म

2022 में बृहस्पति, राहु, केतु और शनि बदलेंगे राशि

Bhumika Sahu
31 Dec 2021 5:22 AM GMT
2022 में बृहस्पति, राहु, केतु और शनि बदलेंगे राशि
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वर्ष 2022 में सात दिनों के अंतर पर बृहस्पति, राहु, केतु और शनि अपनी राशियां बदल रहे हैं। बृहस्पति 14 अप्रैल को कुंभ से मीन राशि में और राहु वृष से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। न्याय के देव शनि मकर से कुंभ राशि में जाएंगे। यह बड़े बदलाव का सूचक है। इसका अर्थ यह भी है कि इस वर्ष न्याय का बोलबाला रहेगा। जो व्यक्ति सच्चाई और ईमानदारी के पथ पर होगा, उसकी जीत होगी।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वर्ष 2022 में सात दिनों के अंतर पर बृहस्पति, राहु, केतु और शनि अपनी राशियां बदल रहे हैं। बृहस्पति 14 अप्रैल को कुंभ से मीन राशि में और राहु वृष से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। न्याय के देव शनि मकर से कुंभ राशि में जाएंगे। यह बड़े बदलाव का सूचक है। इसका अर्थ यह भी है कि इस वर्ष न्याय का बोलबाला रहेगा। जो व्यक्ति सच्चाई और ईमानदारी के पथ पर होगा, उसकी जीत होगी।

राजनीतिक क्षेत्र में नजरिए में दिखेगा सुधार:
राजनीति में सुधार देखने को मिलेगा। वही राजनीतिक दल सरकार बनाएगा, जो तर्कसंगत बात करेगा, अच्छे काम करेगा और न्याय की बात करेगा।
शेयर मार्केट में आएगी तेजी : मई 2022 के बाद शेयर मार्केट अच्छी रफ्तार पकड़ेगा। भूमि से सम्बंधित कारोबार में तेजी आएगी। परंतु कारोबार के क्षेत्र मेंशनि देव का न्याय होगा और भ्रष्ट लोगों के विरुद्ध कार्रवाई होगी और भ्रष्टाचार के नए मामले सामने आएंगे। इनमें से कुछ अंतरराष्ट्रीय स्तर के होंगे।
स्टार्टअप का क्षेत्र और बढ़ेगा : ज्ञान और न्याय के देवता अपनी राशियों में हैं। न्याय के देवता शनि कुंभ राशि में और ज्ञान के देवता बृहस्पति मीन राशि में हैं, तो स्टार्टअप बिजनेस बहुत फलेगा-फूलेगा। नई-नई खोजें सामने आएंगी और भारत के किसी व्यक्ति को ज्ञान व तकनीक के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान मिलेगा।
मनोरंजन में नए सितारे चमकेंगे : मनोरंजन, फैशन और मीडिया केक्षेत्र अच्छे चलेंगे। भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलेगा। भारतीय सिनेमा जगत में नए चेहरे बहुत अच्छा काम करेंगे। पुराने स्थापित कलाकारों की प्रसिद्धि कम होगी।
वाहन उद्योग में आएगी क्रांति : ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में जून 2022 से एक नई क्रांति आने वाली है। गैस और इलेक्ट्रिक वाहनों में बढ़ोतरी होगी। पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी की रफ्तार भी कम होगी। खानपान की चीजों के दामों में भी ज्यादा वृद्धि देखने को नहीं मिलेगी। यानी आम आदमी को महंगाई की मार नहीं झेलनी पड़ेगी।


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