धर्म-अध्यात्म

Jaya Ekadashi आज, जानें पूजा आरती और नियम

Tara Tandi
8 Feb 2025 7:24 AM GMT
Jaya Ekadashi आज, जानें पूजा आरती और नियम
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Jaya Ekadashi ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन एकादशी व्रत को खास बताया गया है जो कि हर माह में दो बार आती है ऐसे साल में कुल 24 एकादशी व्रत किया जाता है। जो कि भगवान विष्णु को समर्पित होती है इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है और उपवास भी रखा जाता है।
पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया एकादशी के नाम से जाना जाता है इसे कई अन्य नामों से भी जानते हैं जिसमें अजा और भीष्म एकादशी है। इस एकादशी के दिन पूजा पाठ और व्रत करने से दुखों का निवारण होता है। इस बार जया एकादशी का व्रत 8 फरवरी दिन शनिवार यानी आज किया जा रहा है इस दिन पूजा पाठ के साथ ही अगर भगवान विष्णु की आरती की जाए तो भगवान प्रसन्न होकर कृपा करते हैं और कष्टों का निवारण कर देते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं
हरि की आरती।
भगवान विष्णु की आरती—
ऊं जय जगदीश हरे, स्वामी! जय जगदीश हरे।
भक्तजनों के संकट क्षण में दूर करे॥
जो ध्यावै फल पावै, दुख बिनसे मन का।
सुख-संपत्ति घर आवै, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय...॥
मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूं किसकी।
तुम बिन और न दूजा, आस करूं जिसकी॥ ॐ जय...॥
तुम पूरन परमात्मा, तुम अंतरयामी॥
पारब्रह्म परेमश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ॐ जय...॥
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय...॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय...॥
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय...॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय...॥
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय...॥
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय...॥
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