धर्म-अध्यात्म

साल 2023 में शनि देव इन राशि वालों पर होंगे मेहरबान! बरसेगा धन

Subhi
6 Nov 2022 4:34 AM GMT
साल 2023 में शनि देव इन राशि वालों पर होंगे मेहरबान! बरसेगा धन
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ज्‍योतिष शास्त्र में शनि को न्‍याय का देवता माना गया है क्‍योंकि वे कर्मों के अनुसार फल देते हैं. साथ ही शनि सबसे धीमी चाल चलने वाले ग्रह हैं. लिहाजा शनि की स्थिति में छोटा सा परिवर्तन भी सभी 12 राशियों पर असर डालता है.

ज्‍योतिष शास्त्र में शनि को न्‍याय का देवता माना गया है क्‍योंकि वे कर्मों के अनुसार फल देते हैं. साथ ही शनि सबसे धीमी चाल चलने वाले ग्रह हैं. लिहाजा शनि की स्थिति में छोटा सा परिवर्तन भी सभी 12 राशियों पर असर डालता है. इस समय शनि मकर राशि में हैं और बीते 23 अक्‍टूबर से मार्गी हो गए हैं. साल 17 जनवरी 2023 को शनि गोचर करके कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. शनि का यह राशि परिवर्तन कुछ राशि वालों के लिए शुभ तो कुछ के लिए अशुभ साबित होगा. कुछ राशियों से साढ़े साती और ढैय्या हट जाएगी वहीं कुछ पर शुरू होगी. आइए जानते हैं शनि गोचर का राशियों पर कैसा असर होगा.

जनवरी 2023 से शनि के प्रकोप से मिलेगी मुक्ति

ज्‍योतिष शास्‍त्र के अनुसार शनि देव 17 जनवरी 2023 की रात 8 बजकर 2 मिनट पर मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. शनि गोचर होते ही 2 राशियों को ढैय्या से 1 राशि के जातकों को साढ़े साती से मुक्ति मिलेगी. शनि की साढ़े साती और ढैय्या हटते ही इन राशियों के लोगों को ढेरों परेशानियों से राहत मिलेगी.

शनि गोचर से 3 राशियों को होगा लाभ

जनवरी 2023 में शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही तुला और मिथुन राशि वालों को शनि की ढैय्या से मुक्ति मिलेगी. साथ ही धनु राशि के जातकों को साढ़ेसाती से छुटकारा मिलेगा. शनि की साढ़े साती और ढैय्या हटते ही इन तीनों राशियों के जातकों के बिगड़े हुए काम बनने लगेंगे. करियर में तरक्‍की मिलेगी. धन लाभ होगा. मान-सम्‍मान बढ़ेगा. कुल मिलाकर यह समय उनके लिए खासा शुभ साबित होगा.

इन राशियों पर शुरू होगी साढ़े साती-ढैय्या

शनि के कुंभ राशि में प्रवेश करते ही जनवरी 2023 से मीन राशि पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण शुरू हो जाएगा. इसके अलावा मकर और कुंभ राशि पर भी साढ़े साती रहेगी. वहीं कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या शुरू हो जाएगी. ऐसे में शनि के बुरे असर से बचने के लिए शनिवार के दिन उपाय करें. शनि को तेल चढ़ाएं, पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं, असहायों की मदद करें.


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