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धर्म-अध्यात्म
चाणक्य नीति में पति-पत्नी को हमेशा इन चीजों से रहें दूर
Bhumika Sahu
31 Dec 2021 4:13 AM GMT

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आचार्य चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी के रिश्ते की मजबूती तभी बरकरार रह सकती है, जब वे दोनों कुछ जरूरी बातों का पालन करें.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पति और पत्नी के रिश्ते को लेकर धर्म-शास्त्र, पुराणों आदि में काफी कुछ कहा गया है. आचार्य चाणक्य ने भी इस रिश्ते को बहुत अहम बातें बताईं हैं. उन्होंने बताया है कि कौनसी चीजें इस रिश्ते का मजबूत बनाती हैं और किन बातों से ये रिश्ता कमजोर पड़ता है. चाणक्य नीति में पति-पत्नी को 5 ऐसी बातों से बचने की सलाह दी गई है जो इस रिश्ते को टूटने की कगार पर पहुंचा देती हैं. बल्कि कई बार दोनों को अलग ही कर देती हैं.
हमेशा इन चीजों से रहें दूर
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी को हर हाल में इन चीजों से दूर रहना चाहिए, वरना हंसते-खेलते जीवन को बर्बाद होते देर नहीं लगती है. इसी तरह अपनी निजी बातों को अपने सबसे करीबी दोस्त से भी शेयर नहीं करना चाहिए.
- हर इंसान में कुछ न कुछ खूबी और खामी होती है. पति-पत्नी को कभी भी एक-दूसरे की खामी दूसरों को नहीं बताना चाहिए. ऐसा करना आपके रिश्ते में दरार डाल देता है.
- पति-पत्नी दोनों में से कोई भी यदि गुस्सैल स्वभाव का है तो उनकी जिंदगी में कभी भी शांति-खुशहाली नहीं रह सकती है. गुस्सा उनकी जिंदगी में टकराव, मनमुटाव का कारण बनता है. यदि साथी गुस्से का विरोध न करे तो वह अंदर ही अंदर घुटता रहता है. कुल मिलाकर हर स्थिति में गुस्सा उनके रिश्ते को बर्बादी और दुख की ओर ही ले जाता है.
- पति-पत्नी के रिश्ते में जितना जरूरी प्यार है, उतना ही जरूरी सम्मान है. यदि वे मर्यादा में न रहें और एक-दूसरे का अपमान करें तो ऐसा रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाता है.
- पति-पत्नी का रिश्ता विश्वास पर टिका होता है. यदि वे एक-दूसरे से झूठ बोलें या कुछ छिपाएं तो उनके रिश्ते की नींव ही हिल जाती है. ऐसी स्थिति उनका रिश्ता तक खत्म कर देती है.
- पति-पत्नी एक-दूसरे के जीवनसाथी होते हैं. हर सुख-दुख वे साथ मिलकर झेलते हैं. ऐसे में दोनों का धैर्यवान होना बहुत जरूरी है. तभी वे मुश्किल वक्त में भी अपने घर को बचा पाते हैं, फिर चाहे वह बीमारी, आर्थिक संकट या अन्य कोई विकट समस्या हो.
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