धर्म-अध्यात्म

हर काम में चाहते हैं तरक्की, तो करें गायत्री मंत्र का जाप

Subhi
10 Jun 2022 5:00 AM GMT
हर काम में चाहते हैं तरक्की, तो करें गायत्री मंत्र का जाप
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वेद-शास्त्रों में गायत्री मंत्र को काफी शक्तिशाली मंत्र कहा जाता है। मान्यता है कि सुबह के समय आंख खोलते ही इस मंत्र का जाप करने से हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है।

वेद-शास्त्रों में गायत्री मंत्र को काफी शक्तिशाली मंत्र कहा जाता है। मान्यता है कि सुबह के समय आंख खोलते ही इस मंत्र का जाप करने से हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही पूरा दिन अच्छे से व्यतीत होता है। मान्यता है कि गायत्री मंत्र का जाप पूरी श्रद्धा के साथ किया जाए तो बुद्धि तेज होने के साथ व्यापार-नौकरी में भी लाभ मिलता है। अगर कोई व्यक्ति दिनभर इस मंत्र का जाप नहीं कर सकता हैं, तो 108 बार तो जरूर करना चाहिए। इसके साथ ही गायत्री मंत्र का जाप करते समय कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए, वरना मंत्रों का जाप करने से आपको पूर्ण फलों की प्राप्ति नहीं होगी।

इस साल गायत्री जयंती 11 जून को मनाई जा रही है। इस दिन मां गायत्री की विधि-विधान से पूजा करने के साथ-साथ इन मंज्ञों का दाप करना चाहिए।

गायत्री मंत्र

भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।

गायत्री मंत्र का जाप करने के नियम

गायत्री मंत्र को सुबह ही नहीं बल्कि दोपहर और शाम के समय भी किया जा सकता है।

हमेशा गायत्री मंत्र का जाप सूर्योदय के साथ कर देना चाहिए और सूर्योस्त होने के कुछ देर बाद ही मां का आशीर्वाद लेकर बंद कर देना चाहिए।

गायत्री मंत्र का जाप नित्य कार्यों से निवृत्त होकर स्नान कर लें और साफ-सुथरे वस्त्र पहनने के बाद ही करना चाहिए।

गायत्री मंत्र का जाप कभी भी जमीन में बैठकर नहीं करना चाहिए। बल्कि किसी न किसी तरह का साफ आसन जरूर डाल लें।

गायत्री मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करना लाभकारी माना जाता है।

गायत्री मंत्र का जाप हमेशा सुबह के समय पूर्व दिशा की ओर और शाम को पश्चिम दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए।

कैसे करें गायत्री मंत्र का जाप

गायत्री मंत्र का जाप हमेशा रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए।

कभी भी गायत्री मंत्र का जाप तेज स्वर से नहीं करना चाहिए।

गायत्री मंत्र का जाप करते समय मंत्र के आगे और पीछे श्री का संपुट लगाएं।


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