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धर्म-अध्यात्म
घर में चाहते हैं बरकत, तो गुरुवार को जरूर करें ये काम, होंगे चमत्कारिक लाभ
Triveni
29 April 2021 6:13 AM GMT
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आज साल 2021 के अप्रैल महीने का पांचवां और अंतिम गुरुवार है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| आज साल 2021 के अप्रैल महीने का पांचवां और अंतिम गुरुवार है। गुरुवार को बृहस्पतिवार भी कहा जाता है। गुरु (Guru) से गुरुवार (Guruwar) बना है और गुरु एक महत्वपूर्ण ग्रह है। इतना ही नहीं बृहस्पति को देवताओं का गुरु भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक गुरुवार को विष्णु भगवान (Vishnu Bhagwan) का दिन माना जाता है।
इस दिन भगवान विष्णु की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान विष्णु को जगत का पालन हार भी कहा जाता है। विष्णु भगवान के आशीर्वाद से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है।
हिंदू शास्त्रों में बृहस्पतिवार को धन और समृद्धि के लिए खासतौर पर माना जाता है। भगवान विष्णु की आराधना के लिए बृहस्पतिवार का दिन सर्वोत्तम माना गया है। मान्यता के मुताबिक गुरुवार को भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से मनुष्य का जीवन सुखों से भर जाता है। गुरुवार को लक्ष्मी-नारायण दोनों की एक साथ पूजा करने से जीवन में खुशियां आती है और पति-पत्नी के बीच कभी दूरियां नहीं आतीं। साथ ही धन में भी वृद्धि होती है।
भाग्य साथ नहीं दे रहा है या कोई भी समस्या चल रही है तो गुरुवार के दिन कुछ आसान उपाय करने से आपकी किस्मत बदल सकती है। धर्मिक ग्रंथों में बृहस्पति देव (Brihaspati Dev) की आराधना के कई तरीकों बताए गए हैं। जिन्हें करने से आपकी कुंडली का बृहस्पति (Brihaspati) मजबूत होगा और आपके सारे बिगड़े काम बन जाएंगे।
गुरुवार को केसर, पीला चंदन या फिर हल्दी का दान करना बहुत शुभ माना गया है। ऐसा करने से गुरु मजबूत होता है, जिससे आरोग्य और सुख की वृद्धि होती है। साथ ही घर में सुख-शांति का वास होता है। अगर आप इनका दान नहीं कर पाते हैं तो कोई बात नहीं इन्हें तिलक के रूप में लगाने से भी लाभ मिलता है इस दिन अगर आप कुछ उपाय करते हैं तो आपको जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या की नहीं होगी।
बृहस्पति देव के मंत्र (Guruwar Mantra)
ॐ बृं बृहस्पतये नम:।
ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:।
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।
ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:।
ॐ गुं गुरवे नम:।
गुरुवार के उपाय (Guruwar ke Upay)
- ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान करें।
- स्नान के समय 'ॐ बृ बृहस्पते नमः' का जाप भी करें।
- गुरु के भी प्रकार के दोष को दूर करने के लिए आप गुरुवार के दिन नहाने के पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर स्नान करें।
- इसके साथ ही साथ नहाते वक्त "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" मंत्र का जाप जरूर जाप करें।
- गुरुवार का व्रत रखें और केले के पौधे में जल अर्पित कर पूजा अर्चना करें। ऐसा करने से विवाह में आने वाली रुकावटों का समाधान होता है और अगर आप विवाहित हैं तो आपके वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आती।
- स्नान के बाद पीले रंग को वस्त्र धारण करें।
- स्नान के बाद भगवान विष्णु (Vishnu Bhagwan) की प्रतिमा व चित्र का सामने घी का दीया जलाएं।
- भगवान विष्णु को पीले रंग के फूलों के साथ तुलसी का एक छोटा सा पत्ता अर्पित करें।
- अपने माथे पर हल्दी, चंदन या केसर का तिलक धारण करें।
- मान्यता के मुताबिक भगवान बृहस्पति को पीले रंग की चीजें बहुत पसंद हैं। इसलिए इस दिन ब्राह्मणों को पीले रंग की वस्तुएं जैसे- चने की दाल, फल आदि दान करें।
- इस दिन सुबह के समय चने की दाल और थोड़ा-सा गुड़ को घर के मुख्य द्वार पर रखें।
- इस दिन को धार्मिक महत्व के लिहाज भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। घर में धन की बरक्कत के लिए गुरुवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन पीले रंग की चीजों को विशेष महत्व दिया जाता है।
- गुरुवार के दिन न तो किसी को उधार दें और न हीं किसी से उधार लें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपकी कुंडली में गुरु की स्थिति खराब हो सकती है और आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
- अगर आप गुरुवार का व्रत रखते हैं तो, इस दिन सत्यनारायण की व्रत कथा जरूर सुनें या पढ़े।
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