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धर्म-अध्यात्म
जीवन में कष्ट का सामना ना करना पड़े,जीवन में अपनाएं ये उपाय
Kajal Dubey
14 Oct 2021 7:09 AM GMT
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गुरु कमजोर हो तो जीवन में परेशानियां बढ़ जाती हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में बैठे हर ग्रह का जातक के जीवन पर सीधा असर पड़ता है. ज्योतिष में नौ ग्रह माने जाते हैं. इसमें गुरु को सबसे शुभ ग्रह माना गया है. जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता के पीछे गुरू ग्रह की स्थिति बेहद महत्वपूर्ण मानी गई है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार बृहस्पति को सभी देवों के गूरु के तौर पर भी जाना जाता है. जातक की कुंडली क्लमें अगर गुरु मजबूत स्थिति में होता है तो उसका सफल होना लगभग तय होता है, वहीं अगर गुरु कमजोर हो तो जीवन में परेशानियां बढ़ जाती हैं.
किसी भी काम में सफलता नहीं मिल पाती है और आर्थिक तौर पर भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में यह जानना बेहद अहम हो जाता है कि अगर किसी का गुरु कमजोर है तो उसे कैसे मजबूत किया जा सकता है.
गरीबों को खाना खिलाएं
गुरु के कुंडली में कमजोर होने की वजह से जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अगर आपकी कुंडली में भी गुरु कमजोर स्थिति में हैं तो इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए अवसर मिलते ही गरीबों को भोजन कराना चाहिए. उन्हें दही-चावल खिलाना काफी शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इससे बुरे प्रभावों को को कम किया जा सकता है.
शिव की भक्ति करें
गुरु के दुष्प्रभाव को कम करने और उसे सकारात्मक दिशा में लाने के लिए भगवान भोलेनाथ की आराधना को श्रेष्ठ माना गया है. रुद्राभिषेक भी गुरु को प्रसन्न करने का उत्तम उपाय बताया जाता है. गुरु के दुष्प्रभाव को पंचमुखी रुद्राक्ष धारण कर कम किया जा सकता है
गुरुवार को रखें व्रत
बृहस्पति देव को प्रसन्न करने के लिए पीड़ित जातक को गुरुवार का व्रत अवश्य करना चाहिए. इस दिन पीले वस्त्रों को धारण करना भी श्रेष्ठ माना गया है. व्रत का पारायण भी पीले भोजन के साथ करना चाहिए.
इन चीजों का करें दान
अगर आप राशि में गुरु कमजोर स्थिति में हैं तो इससे उत्पन्न होने वाली परेशानी से बचने के लिए कुछ चीजों का दान करना शुभ माना गया है. इसमें सोना, कांसे का बर्तन, पुखराज, पीला कपड़ा, घी, पीला फूल, पीला फल, चने की दाल के दान का कहा गया है. यह दान गुरुवार को करने पर ज्यादा शुभफलदायक होता है.
बुजुर्गों, गुरु की करें सेवा
जो भी जातक कुंडली में कमजोर गुरु की वजह से परेशानी में हैं उन्हें सबसे पहले अपने माता-पिता और बुजुर्गों की सेवा में जुट जाना चाहिए. इसके साथ ही अपने गुरुओं का भी आदर सत्कार करने से गुरु शुभ फल देते हैं. इससे अन्य ग्रहों का प्रभाव भी कम होता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं.
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