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धर्म-अध्यात्म
घर में हो शिवलिंग तो जान लें ये नियम, तभी फलित होगी पूजा
Bhumika Sahu
3 Aug 2021 4:27 AM GMT
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शिवलिंग को महादेव का निराकार स्वरूप माना जाता है. शिवलिंग ऊर्जा का भंडार है. इसलिए इसकी पूजा के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं. यदि आपके घर में शिवलिंग है, तो इसके नियम जानकर उनका पालन जरूर करें, तभी आपकी पूजा फलित हो पाएगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इन दिनों सावन का महीना चल रहा है. ये पूरा मास महादेव और माता पार्वती की पूजा के लिए काफी उत्तम माना जाता है. महादेव की पूजा में शिवलिंग पूजन को बहुत महत्व दिया गया है. शास्त्रों में शिवलिंग को बहुत शक्तिशाली बताया गया है और ये भगवान शिव का निराकार स्वरूप है. आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.
शिव के निराकार स्वरूप का न प्रारंभ है और न ही कोई अंत. इसे शक्ति का भंडार कहा जाता है, इसलिए शास्त्रों में शिवलिंग की पूजा को अधिक कल्याणकारी और मोक्षदायी बताया गया है. कुछ लोग शिवलिंग की पूजा मंदिर में जाकर करते हैं, वहीं कुछ लोग घर पर ही शिवलिंग रखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में शिवलिंग रखने के कुछ नियम हैं? इन नियमों का पालन करने पर ही आपकी पूजा फलित होती है. इस श्रावण माह में यदि आप भी महादेव का पूजन कर उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं तो इन नियमों के बारे में जरूर जान लें.
4 या 5 इंच का आकार पर्याप्त
घर में ज्यादा बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए. घर पर शिवलिंग के लिए 4 या 5 इंच का आकार पर्याप्त माना जाता है. इससे बड़े आकार की शिवलिंग रखने के लिए उसकी प्राण प्रतिष्ठा कराना जरूरी होता है. यदि आप बड़े आकार की शिवलिंग घर में रखना चाहते हैं, तो आपको घर के किसी हिस्से में एक मंदिर बनवाना होगा और उसमें शिवलिंग स्थापित करवाएं और शिवलिंग से जुड़े सभी नियमों का पालन करें. इसका वैज्ञानिक कारण ये भी है कि शिवलिंग ऊर्जा शक्ति का भंडार होती है और इसके आसपास के क्षेत्रों में रेडियो एक्टिव तत्वों के अंश भी पाए जाते हैं. महादेव के सभी प्रिय पदार्थ जैसे बिल्व पत्र, आक, धतूरा आदि इस एनर्जी को सोखने वाले होते हैं. इस एनर्जी को शांत रखने के लिए ही शिवलिंग पर लगातार जल चढ़ाया जाता है. यदि घर में बड़े शिवलिंग को रखा जाएगा तो इसका विपरीत असर लोगों पर पड़ सकता है.
पारद शिवलिंग होती श्रेष्ठ
घर में पार्थिव शिवलिंग, धातु या स्फटिक और पारद शिवलिंग रख सकते हैं. लेकिन इनमें से श्रेष्ठ
पारद शिवलिंग मानी जाती है. मान्यता है कि ये शिवलिंग महादेव को अति प्रिय है. मान्यता है कि यदि पारद शिवलिंग की रोजाना विधिवत पूजा की जाए तो घर की बीमारियां समाप्त होती हैं और परिवार पर आए संकट दूर हो जाते हैं. हालांकि पारद शिवलिंग आसानी से नहीं मिल पाती, ऐसे में आप घर पर स्फटिक शिवलिंग या कोई अन्य शिवलिंग रख सकते हैं.
सुबह के समय पूजा करना विशेष फलदायी
शिव पुराण के अनुसार जो लोग शिवलिंग की पूजा करके महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं, उन्हें सुबह के समय और दोपहर से पहले पूजा कर लेनी चाहिए. तभी ये पूजा विशेष रूप से फलदायी होती है. इसके अलावा याद रखें कि घर में जिस जगह पर शिवलिंग हों, उनके पास पूरा शिव परिवार माता गौरी, गणपति और कार्तिकेय जी को भी बैठाएं. इससे शिवलिंग की पूजा का महत्व कहीं ज्यादा बढ़ जाता है. याद रहे कि अगर घर में शिवलिंग है, तो उसे पूजें जरूर, शोपीस बनाकर न रखें. इसे शिवलिंग का अपमान माना जाता है. ऐसे करने से घर पर कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं.
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