- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- कैसे करें वैशाख...
धर्म-अध्यात्म
कैसे करें वैशाख अमावस्या की पूजा, जानिए तर्पण का समय
Apurva Srivastav
6 May 2024 7:52 AM GMT
x
नई दिल्ली : वैशाख अमावस्या को हिंदू धर्म में बेहद महत्वपूर्ण दिन माना गया है। यह दिन पूर्वजों और पितरों की पूजा के लिए समर्पित है। इस तिथि पर लोग कई प्रकार की धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियां करते हैं, क्योंकि यह समय बहुत शक्तिशाली होता है। यह दिन पितृ पूजा, पितृ तर्पण, पिंड दान जैसे - कार्यों के लिए बहुत शुभ माना जाता हैं। इस साल वैशाख अमावस्या 8 मई 2024 को मनाई जाएगी।
पितरों की पूजा कब करनी चाहिए ?
पितृ पूजा हमेशा मध्याह्न समय के दौरान की जाती है। ऐसे में पितरों का तर्पण जल, सफेद फूल और काले तिल से आप कर सकते हैं। इसके साथ ही पितरों का पिंडदान सुबह 11 बजे से दोपहर 02 बजकर 30 मिनट के बीच किया जा सकता है। वहीं, गंगा स्नान व पूजा के लिए ब्रह्म मुहूर्त या सुबह का समय अच्छा माना जाता है।
कैसे करें वैशाख अमावस्या की पूजा?
सुबह जल्दी उठें और पवित्र स्नान के लिए गंगा नदी में डुबकी लगाएं।
यदि किसी वजह से आप गंगा स्नान करने में असमर्थ हैं, तो घर पर ही स्नान के पानी में गंगाजल मिलाएं।
घर पर सात्विक भोजन बनाएं और ब्राह्मणों को आमंत्रित करें।
सबसे पहले बनी हुई रोटी गाय को खिलाएं।
इसके बाद किसी जानकार ब्राह्मण से पितृ तर्पण करवाएं और उनको भोजन खिलाएं।
उन्हें वस्त्र और दक्षिणा दें।
इस दिन हवन या यज्ञ करना भी शुभ माना जाता है।
इस दिन पितृ गायत्री का आयोजन करने से भी पितृ दोष समाप्त होता है।
इस तिथि पर कुत्ते, कौवे, चींटियों को भोजन खिलाना भी अनुष्ठान का मुख्य भाग माना जाता है।
पितृ तर्पण मंत्र
ॐ पितृ देवतायै नम:
पितृभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:। पितामहेभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:। प्रपितामहेभ्य:स्वधायिभ्य:स्वधा नम:
ओम आगच्छन्तु में पितर एवं ग्रहन्तु जलान्जलिम
पितरों की मुक्ति के लिए पितृ गायत्री पाठ भी किया जा सकता है.
Tagsवैशाख अमावस्यापूजातर्पणसमयVaishakh Amavasyapujatarpantimeजनता से रिश्ता न्यूज़जनता से रिश्ताआज की ताजा न्यूज़हिंन्दी न्यूज़भारत न्यूज़खबरों का सिलसिलाआज की ब्रेंकिग न्यूज़आज की बड़ी खबरमिड डे अख़बारJanta Se Rishta NewsJanta Se RishtaToday's Latest NewsHindi NewsIndia NewsKhabron Ka SilsilaToday's Breaking NewsToday's Big NewsMid Day Newspaperजनताjantasamachar newssamacharहिंन्दी समाचार
Apurva Srivastav
Next Story