धर्म-अध्यात्म

कैसे करें वैशाख कालाष्टमी के मौके पर काल भैरव की पूजा

Apurva Srivastav
12 April 2023 10:50 AM GMT
कैसे करें वैशाख कालाष्टमी के मौके पर काल भैरव की पूजा
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हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि काल भैरव को समर्पित है. इसे कालाष्टमी (Kalashtami 2023) के नाम से जाना जाता है. आपको बता दें कि भैरव का सबसे सौम्य रूप बटुक भैरव और उग्र रूप काल भैरव है. बता दें कि काल भैरव को दंडाधिकारी भी कहा जाता है, कहते हैं जो सच्चे मन से कालाष्टमी (Kalashtami 2023) पर काल भैरव की उपासना करता है, उसके जीवन से नकारात्मकता, बाधाएं, रोग, शोक, दोष सब दूर हो जाते हैं. गौरतलब है कि काल भैरव की पूजा विधि विधान (Kalashtami Puja Vidhi) से न की जाए, तो हमें इसके दुष्परिणाम भी भुगतने पड़ सकते हैं. इस बार वैशाख कालाष्टमी 13 अप्रैल 2023 गुरुवार के दिन पड़ रही है. इसलिए वैशाख कालाष्टमी के मौके पर काल भैरव की पूजा कैसे करें, यह भलीभांति पता होना चाहिए. तो चलिए जानते हैं.

वैशाख कालाष्टमी के मौके पर काल भैरव की पूजा कैसे करें?
कालाष्टमी (Kalashtami 2023) पर वैसे तो रात्रि में पूजा अधिक फलदायी है, लेकिन गृहस्थ जीवन वाले इस दिन सुबह के समय साधारण पूजा कर के भगवान काल भैरव का आशीर्वाद पा सकते हैं. पूजा के दौरान आपको पूजा स्थल को गंगा जल से शुद्ध करके, वंहा लकड़ी की चौकी पर भगवान शिव और माता पार्वती की तस्वीर स्थापित करनी चाहिए. इसके बाद उन्हें पुष्प, चंदन, रोली अर्पित करना चाहिए. अब भगवान काल भैरव का स्मरण करते हुए नारियल, इमरती, पान, का भोग लगाएं. चौमुखी दीपक लगाकर भैरव चालिसा का पाठ करें. ॐ ह्रीं वां बटुकाये क्षौं क्षौं आपदुद्धाराणाये कुरु कुरु बटुकाये ह्रीं बटुकाये स्वाहा।।’ मंत्र का रुद्राक्ष की माला से 108 बार जाप करें. इसके साथ ही रात्रि में भैरवाष्टक का पाठ कर सकते हैं. मान्यतानुसार ऐसा करने से काल भैरव साधक के सभी प्रकार के भय हर लेते हैं और उसे अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
कालाष्टमी का महत्व
हिंदू धर्म के लोगों के लिए कालाष्टमी (Vaishakh Kalashtami Mahatva) का दिन बहुत ही महत्व पूर्ण होता है. मान्यता है कि कालाष्टमी के दिन विधि विधान से बाबा काल भेरव की पूजा करने से असाध्य रोगों से मुक्ति मिलने के साथ साथ अकाल मृत्यु का भय भी खत्म हो जाता है. इसके साथ ही ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं. इसके अलावा शत्रु भी शांत रहते हैं. आपको बता दें कि काल भैरव को तंत्र मंत्र का देव माना जाता है. उनकी पूजा करने से ग्रह दोष भी दूर हो जाते हैं. जिन लोगों को हमेशा भय बना रहता है, उन्हें कालाष्टमी ( Importance Of Kalashtami) के दिन विधि विधान से पूजन अवश्य करना चाहिए. आपको बता दें कि कालाष्टमी के दिन (Vaishakh Kalashtami Significance) पूजन करने से और भी तमाम फायदे होते हैं.
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