धर्म-अध्यात्म

सुहागिन महिलाएं पहली बार रख रही हैं वट सावित्री का व्रत, तो इन बातो का रखे ध्यान

Subhi
24 May 2022 5:46 AM GMT
सुहागिन महिलाएं पहली बार रख रही हैं वट सावित्री का व्रत, तो इन बातो का रखे ध्यान
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ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को वट सावित्री व्रत रखा जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए व्रत रखकर वट वृक्ष की पूजा करती हैं।

ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को वट सावित्री व्रत रखा जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए व्रत रखकर वट वृक्ष (बरगद) की पूजा करती हैं। इस साल वट सावित्री व्रत के दिन काफी शुभ संयोग बन रहा है। क्योंकि इस साल अमावस्या सोमवार के दिन पड़ रही है जिसे सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा इस शनि जयंती भी पड़ रही है।

वट सावित्री व्रत के दिन सुहागिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके करवा चौथ की तरह की पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती है। बरगद की पेड़ की पूजा करने के साथ ही व्रत खोल दिया जाता है। अगर आप पहली बार वट सावित्री व्रत रख रही हैं तो पूजन सामग्री पहले से ही रख लें, जिससे पूजा करते समय किसी चीज की कमी न हो। आइए जानते हैं कि वट सावित्री व्रत की पूजा के दौरान किन-किन चीजों की पड़ती हैं जरुरत।

वट सावित्री व्रत शुभ मुहूर्त

ज्येष्ठ अमावस्या तिथि प्रारंभ: 29 मई को दोपहर 02 बजकर 54 मिनट से शुरू

अमावस्या तिथि का समापन: 30 मई को शाम 04 बजकर 59 मिनट पर

सर्वार्थ सिद्धि योग: 30 मई को सुबह 7 बजकर 12 मिनट से सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू होकर 31 मई सुबह 5 बजकर 8 मिनट तक

वट सावित्री व्रत पूजन सामग्री



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