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Happy Gandhi Jayanti: अपने ऑनलाइन फ्रेंड्स को इस खास मैसेज से दें गांधी जयंती की शुभकामनाएं

Tulsi Rao
2 Oct 2021 2:17 AM GMT
Happy Gandhi Jayanti: अपने ऑनलाइन फ्रेंड्स को इस खास मैसेज से दें गांधी जयंती की शुभकामनाएं
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महात्मा गांधी के त्याग और बलिदान से हर कोई वाकिफ है कि कैसे उन्होंने बिना हथियार उठाए भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करवाया था।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महात्मा गांधी के त्याग और बलिदान से हर कोई वाकिफ है कि कैसे उन्होंने बिना हथियार उठाए भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करवाया था। सत्य और अहिंसा के राह पर चलते हुए कठिन से कठिन कार्य भी आसानी से पूरे किए जा सकते हैं। उनका कहना था कि, 'जब भी आपका सामना किसी विरोधी से हो, तो उसे प्रेम से जीतें'। 2 अक्टूबर को मोहनदास करमचन्द गांधी का जन्म हुआ था जो आगे चलकर राष्ट्रपिता के नाम से भी मशहूर हुए। भारतवासियों के लिए ये दिन बहुत ही खास होता है। तरह-तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है साथ ही लोग सोशल प्लेटफॉर्म पर मैसेज और बापू के विचारों का आदान-प्रदान कर इस दिन को मनाते हैं।

1. सत्य अहिंसा के थे वो पुजारी
कभी ना जिसने हिम्मत हारी
सौंप दी हमें आजादी
जनजन है जिसका आभारी
2. देश के लिए किया सब कुछ त्याग जिसने,
देशभक्ति के लिए छोड़ा विलास जिसने,
पहन काठ की चप्पल आया इक महात्मा,
जो बन गया इस भारत की आत्मा,
गांधी जयंती की शुभकामनाएं।
3. खादी मेरी शान है,
कर्म ही मेरी पूजा है,
सच्चा मेरा कर्म है,
और हिंदुस्तान मेरी जान है।
गांधी जयंती की शुभकामनाएं।
4. आंख पे ऐनक, हाथ में लाठी,
बापू चलते सीना ताने शान से,
दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग-ढाल के
साबरमती के संत मेरे बापू हैं कमाल के
5. बस जीवन में ये याद रखना,
सच और मेहनत का सदा साथ रखना,
बापू तुम्हारे साथ हैं हर बच्चे के पास हैं,
सच्चाई जहां भी है वहां उनका वास है,
महात्मा गांधी जयंती की शुभकामना।
6. देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था,
त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था,
पहन के काथ की चप्पल जिसने सत्याग्रह का राग सुनाया था,
वो महात्मा गांधी कहलाया था।
7. सिर्फ एक सत्य, एक अहिंसा,
दो हैं जिनके हथियार,
उन हथियारों से ही तो,
कर दिया हिंदुस्तान आज़ाद,
ऐसे अमर आत्मा को करो मिलके सलाम।
8. गाँधी तुम हो, युग-परिवर्तक, युग-संस्थापक
तुम्हे युग-युग तक युग का नमस्कार
नाम सदा रहेगा अम्र बापू तुम्हारा
तुम तो हो सूरज की सन्तान बापू.
9. बापू के सपनों को फिर से सजाना हैं,
देकर लहू का कतरा इस चमन को बचाना है।
बहुत गा लिया हमने आज़ादी के गानों को,
अब हमें भी देशभक्ति का फ़र्ज़ निभाना है।
10. सीधा-सादा वेश है तुम्हारा,
नहीं छुआ कभी अभिमान,
पहनें आप धोती खादी की,
मेरे बापू की ये ही है शान।


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