धर्म-अध्यात्म

मंगलवार को सिंदूरी चोला चढ़ाने से प्रसन्न होते हैं हनुमान, जानिए इसके पौराणिक कारण

Triveni
8 Dec 2020 6:52 AM GMT
मंगलवार को सिंदूरी चोला चढ़ाने से प्रसन्न होते हैं हनुमान, जानिए इसके पौराणिक कारण
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कलयुग में हनुमान ही एक साक्षात् देव कहे गए हैं. इसीलिए हर कोई चाहता है कि हनुमान जी की विशेष कृपा उन पर जरुर बनी रहे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| कलयुग में हनुमान ही एक साक्षात् देव कहे गए हैं. इसीलिए हर कोई चाहता है कि हनुमान जी की विशेष कृपा उन पर जरुर बनी रहे. इसके लिए वो लाखों जतन भी करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक उपाय से बजरंग बली को प्रसन्न किया जा सकता है? सिर्फ प्रसन्न ही नहीं बल्कि प्राप्त किया जा सकता है उनका आशीर्वाद भी जिसके जरिए आपकी जिंदगी में सदैव खुशहाली बनी रहेगी. वो एक उपाय है हनुमान को चोला चढ़ाना. लेकिन आखिर उन्हें चोला चढ़ाया क्यों जाता है. आइए जानते हैं इसका पौराणिक कारण और महत्व.

क्यों चढ़ाते हैं हनुमान जी को चोला
एक बार माता सीता अपनी मांग में सिंदूर भर रही थीं तो हनुमान जी ने उनसे इसका कारण पूछा. तब माता सीता ने बताया था कि सिंदूर किस तरह सौभाग्यवती स्त्रियों के लिए अहमियत रखता है और इससे उनका सुहाग दीर्घायु होता है. जब हनुमान जी ने ये पूरा कारण सुना तो श्री राम की भक्ति और प्रेम में लीन बजरंग बली ने अपने पूरे शरीर को सिंदूर से रंग लिया.
प्रभु श्री राम ने दिया था ये वरदान
जब भगवान श्री राम ने हनुमान को ऐसे देखा तो इसका कारण जानना चाहा. तो हनुमान जी ने पूरा वृत्तांत बताया. तब उनके आदर व प्रेम भाव को देखकर श्री राम गदगद हो उठे औ उन्होंने ये वरदान दिया कि अगर शनिवार या मंगलवार को सिंदूर हनुमान जी को अर्पित करेंगे तो ना केवल वो प्रसन्न होंगे बल्कि उनकी कृपा भी प्राप्त हो सकेगी.

तुलसी के पत्ते पर सिंदूर से लिखें श्री राम
सिर्फ यही नहीं किसी भी रूप में सिंदूर हनुमान जी को प्रसन्न ही करता है. तुलसी के पत्ते पर सिंदूर से श्री राम लिखा जाए और उन पत्तियों को हनुमान जी के चरणों में अर्पित करें तो इसका भी शुभ फल प्राप्त किया जा सकता है. इससे हनुमान जी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं और कुंडली में मंगल ग्रह के प्रभाव को भी कम करते हैं.
चोला चढ़ाने से होते हैं ये फायदे
अगर आपकी कुंडली में शनि की साढ़े साती, शनि की ढैया, शनि का प्रकोप या कुंडली पर शनि का बुरा प्रभाव है तो शनिवार या मंगलवार के दिन उन्हें सिंदूरी चोला अर्पित करना चाहिए. इससे इन सभी प्रभावों में कमी आती है.


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