धर्म-अध्यात्म

तुलसी पौधे को रोजाना देते हैं जल तो भूलकर भी न करें ये गलतियां

Ritisha Jaiswal
19 Jun 2022 12:12 PM GMT
तुलसी पौधे को रोजाना देते हैं जल तो भूलकर भी न करें ये गलतियां
x
तुलसी को हिंदू धर्म में बहुत ही मान्यता दी गई है। शुभ और मंगल कार्यों में तुलसी की पूजा की जाती है।

तुलसी को हिंदू धर्म में बहुत ही मान्यता दी गई है। शुभ और मंगल कार्यों में तुलसी की पूजा की जाती है। बहुत से लोग इसमें जल देते हैं। ऐसा माना जाता है कि रोज सुबह स्नान करने के बाद तुलसी को पानी देने से जीवन के दुर्भाग्य दूर हो जाते हैं। भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा सदैव परिवार पर बनी रहती है। वास्तु शास्त्र में तुलसी को जल चढ़ाने के भी कुछ खास नियम बताए गए हैं। तो चलिए जानते हैं उनके बारे में...

एकादशी वाले दिन न दें जल
मान्यताओं के अनुसार, एकादशी के दिन कभी भी तुलसी को जल नहीं देना चाहिए। इस दिन जल देने से मां लक्ष्मी रुठ जाती हैं, जिसके कारण आपके जीवन में आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन तुलसी मां भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसलिए इस दिन उन्हें भूलकर भी जल न दें।
रविवार को न दें जल
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रविवार के दिन भी तुलसी माता को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। मान्यता है कि इस दिन मां विश्राम करती हैं। इसलिए उन्हें रविवार के दिन जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा तुलसी में ज्यादा जल भी नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि इससे तुलसी सुख जाती है। तुलसी का सुखना घर में अच्छा नहीं माना जाता ।
सूर्योदय के समय दें जल
तुलसी को जल देने का सबसे शुभ समय सूर्योदय काल का माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस समय तुलसी को जल देने से विशेष रुप से लाभ की प्राप्ति होती है।
इस दिशा में न रखें तुलसी
मान्यताओं के अनुसार, तुलसी को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए। इस दिशा में तुलसी रखने से घर में नेगेटिव एनर्जी का संचार होता है। दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना जाता है इसलिए इस दिशा में कभी भी तुलसी को पौधा नहीं लगाना चाहिए।
पौधा लगाते समय न करें ये गलतियां
मान्यता है कि तुलसी का पौधा कभी भी घर की छत पर नहीं लगाना चाहिए। इससे आपके घर में कलह-कलेश की स्थिति उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा तुलसी को कभी भी किसी कांटेदार पौधे के साथ भी नहीं लगाना चाहिए। ऐसे पौधे के साथ तुलसी को होना बहुत ही अशुभ माना जाता है।


Ritisha Jaiswal

Ritisha Jaiswal

    Next Story