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धर्म-अध्यात्म
रत्न रहस्य : जानिए, परिवार के किस सदस्य से होता है पन्ना का संबंध
Renuka Sahu
8 Jun 2022 1:43 AM GMT
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फाइल फोटो
जिस तरह कुंडली के विभिन्न ग्रहों का संबंध रत्नों से है उसी तरह से रत्नों का संबंध पारिवारिक रिश्तों से है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जिस तरह कुंडली के विभिन्न ग्रहों का संबंध रत्नों से है उसी तरह से रत्नों का संबंध पारिवारिक रिश्तों से है. कुंडली में ग्रहों की स्थिति ऊंची नीची होती रहती है, इसी मजबूत और कमजोर स्थिति का अध्ययन कर ज्योतिषाचार्य रत्नों को धारण करने की सलाह देते हैं. उनकी सलाह पर रत्न धारण करने के बाद भी कई बार अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाता है जिसका मुख्य कारण है कि लोग रत्न तो धारण कर लेते हैं किंतु उस रत्न से संबंधित रिश्ते को नहीं मानते हैं. रत्न धारण करने का पूरा लाभ तभी मिलता है जब आप उससे संबंधित रिश्ते को भी उचित सम्मान देते हैं. कुंडली में बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए पन्ना धारण किया जाता है और पन्ना का सीधा संबंध परिवार में बहन से है.
बहन को रिप्रेजेंट करता है पन्ना
हर रत्न परिवार के किसी न किसी रिश्ते को रिप्रेजेंट करता है, जिस तरह माणिक्य पिता और मोती मां का प्रतिनिधित्व करता है उसी तरह पन्ना रत्न का संबंध बहन से होता है. बुध का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए पन्ना धारण कराया जाता है किंतु इसका पूरा लाभ तभी प्राप्त होगा जब आप परिवार में अपनी बहन से भी अच्छे संबंध रखेंगे. यदि आपके रहते बहन किसी तरह से दुखी है तो पन्ना आपको कोई लाभ नहीं देगा, आपको बहन को प्रसन्न कर आशीर्वाद लेना होगा तभी पन्ना का पूर्ण लाभ प्राप्त होगा. उन्हें खुश करें और समय समय पर उपहार भी दें.
बहन के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त करें
हमारे शास्त्रों में पारिवारिक रिश्तों में बहन को बहुत उच्च स्थान प्राप्त है. बहन छोटी हो या बड़ी उनके चरण स्पर्श करने की परम्परा है. रक्षा बंधन का पवित्र पर्व ही भाई बहन के मजबूत रिश्ते का प्रतीक है, वर्ष में सिर्फ एक बार रक्षा बंधन के अवसर पर ही बहन का सम्मान करने की जरूरत नहीं बल्कि वर्ष पर्यन्त उनका सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त करना है, उस दिन तो उन्हें विशिष्ट उपहार देने ही चाहिए, बीच में भी किसी न किसी बहाने उपहार देकर प्रसन्न रखना चाहिए. एक बात और महत्वपूर्ण है कि यदि बहन का विवाह हो गया है तो उन्हें कभी कभी तो घर बुलाकर आदर व्यक्त करना ही है, रक्षाबंधन के अवसर पर आप उनके घर जाकर रक्षा सूत्र बंधवाएं और उपहार देने के साथ आशीर्वाद प्राप्त करें तो और भी अच्छा रहेगा.
सगी बहन नहीं है तो रिश्ते या मुंहबोली से संपर्क रखिए
यदि किसी कारण से आपकी सगी बहन नहीं है तो चचेरी, ममेरी, फुफेरी आदि पारिवारिक बहनों का सम्मान करें, कुल मिलाकर बहन से बहन संपर्क बनाए रखिए, इससे संबंध में ऊर्जा रहेगी. बहन के साथ इनडोर गेम खेलें, उनके साथ इन्वाल्व रहें. हंसी मजाक भी करें और उत्साह के साथ रहें. यदि आप बहन से दूर रहते हैं तो उनसे मोबाइल पर बातचीत का सिलसिला जारी रहना चाहिए. कभी कभी वीडियो कॉल कर उनके दर्शन भी करना चाहिए. यदि रिश्ते की बहन के मामले में भी कोई दिक्कत है तो आप मुंह बोली बहन बना सकते हैं.
बुध ग्रह प्रकृति का भी प्रतीक है
बुध ग्रह प्रकृति का भी प्रतीक है, इसलिए अपने घर के आसपास ग्रीनरी बढ़ाएं. पेड़ पौधे लगाएं और समय-समय पेड़ पौधों की सेवा भी करें.
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