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धर्म-अध्यात्म
Garuda Purana : ये 5 काम महापाप की श्रेणी में रखे गए हैं, इन्हें करने से भोगनी पड़ती हैं नर्क की यातनाएं, जाने
Bhumika Sahu
28 Oct 2021 5:46 AM GMT
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गरुड़ पुराण को हिंदू धर्म में महापुराण माना गया है जिसमें कही हर बात स्वयं नारायण ने बतायी है. इसलिए इसकी बातों का अनुसरण करना चाहिए और इसे जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गरुड़ पुराण एक ऐसा महापुराण है जिसमें व्यक्ति को स्वर्ग और नर्क के बारे में बताया गया है और कर्मों के अनुसार मिलने वाले फल का भी विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है. इस महापुराण का उद्देश्य लोगों को धर्म के मार्ग की ओर चलाना है. गरुड़ पुराण में ये भी बताया गया है कि किन कामों को करने से मनुष्य मृत्यु के बाद सद्गति को प्राप्त होता है और किन कामों को घोर पाप की श्रेणी में रखा जाता है. इन्हें करने वाले लोगों को मरने के बाद नरक की यातनाएं भोगनी पड़ती हैं.
बता दें कि गरुड़ पुराण में लिखी हर बात स्वयं जगत के पालनहार भगवान विष्णु के मुख से निकली है. अपने वाहन गरुड़ की जिज्ञासा को शांत करते हुए उन्होंने गरुड़ के तमाम प्रश्नों का विस्तारपूर्वक वर्णन किया था. गरुड़ पुराण उन्हीं सवाल और जबाव का संकलन है. यहां जानिए ऐसे कर्मों के बारे में जिन्हें किसी व्यक्ति को करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए. इन कामों को महापाप माना गया है और ये व्यक्ति को जीवित रहते भी बर्बाद करते हैं और मरने के बाद भी दुर्गति करते हैं और उन्हें नर्क की यातनाएं भोगनी पड़ती हैं.
कभी न करें ये 5 काम
1. भ्रूण, नवजात और गर्भवती की हत्या करना महापाप माना गया है. ऐसे व्यक्ति को मृत्यु के बाद नर्क में कई तरह की यातनाएं दी जाती हैं.
2. जो लोग स्त्री का अपमान करते हैं, उन्हें अपशब्द कहते हैं. गर्भवती स्त्री या मासिक धर्म से हो रही स्त्री का मजाक बनाते हैं, उनके साथ गलत काम करते हैं, ऐसे लोगों का जीवन बर्बाद हो जाता है और मरने के बाद इन्हें नर्क में कठोर दंड भोगना पड़ता है.
3. कमजोर, वृद्धजन और जरूरतमंदों को सताने वाले, उनका शोषण करने वालों का मृत्यु के बाद तगड़ा हिसाब होता है. ऐसे लोगों को नर्क में जगह मिलती है और कई तरह की यातनाएं दी जाती हैं.
4. जब कोई व्यक्ति अपनी दुर्भावना के कारण अपने मित्र या किसी अन्य स्त्री पर बुरी दृष्टि डालता है, उसका शोषण करता है, गलत बर्ताव करता है, ऐसे लोगों को महापाप का भागीदार माना जाता है और मृत्यु के बाद कठोर दंड दिया जाता है.
5. ऐसे लोग जो मंदिरों, धर्म ग्रंथों का मजाक उड़ाते हैं, उन्हें भी महापापी माना जाता है. धर्मग्रंथ लोगों को सही मार्ग दिखाने के लिए हैं और मंदिर व्यक्ति में सकारात्मकता लाने और उन्हें धर्म के मार्ग पर लाने के लिए बनाए जाते हैं. अगर आप इन पर यकीन नहीं करते, तो कम से कम इनका मजाक न बनाएं. ऐसे लोग मृत्यु के पश्चात नर्क में स्थान प्राप्त करते हैं.
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