धर्म-अध्यात्म

Garuda Purana : स्वर्ग और नर्क किस तरह के कर्मों से तय होता है, जानिए

Bhumika Sahu
2 Oct 2021 5:21 AM GMT
Garuda Purana : स्वर्ग और नर्क किस तरह के कर्मों से तय होता है, जानिए
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बचपन में आपने स्वर्ग और नर्क के बारे में कई बार बुजुर्गों को बताते हुए सुना होगा, लेकिन गरुड़ पुराण में इसका चित्रण किया गया है और ये बताया गया है कि किस तरह के कर्मों से हमें स्वर्ग मिलता है और किससे नर्क की प्राप्ति होती है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बचपन में आपने अपने बुजुर्गों से स्वर्ग और नर्क की कहानियां खूब सुनी होंगी. इन कहानियों के जरिए बच्चों को बताया जाता था कि अच्छे कर्म करने वाले मृत्यु के पश्चात स्वर्ग जाकर वहां का सुख प्राप्त करते हैं और बुरे कर्म करने वालों को नर्क की प्राप्ति होती है. उन्हें नर्क की यातनाएं सहनी पड़ती हैं. इन कहानियों का मकसद बच्चों को अच्छे कर्म की ओर प्रेरित करना था.

गरुड़ पुराण में भी स्वर्ग और नर्क के विषय में बताया गया है. साथ ही कुछ उदाहरण देकर ये भी समझाया गया है कि किस तरह के कर्म को अधर्म माना जाता है और किनको धर्म से जोड़कर देखा जाता है. गरुड़ पुराण के जरिए आप आसानी से जान सकते हैं कि किन कर्मों की बदौलत स्वर्ग की प्राप्ति होती है और किनसे नर्क के कष्ट भोगने को मिलते हैं.
स्वर्ग तक ले जाते हैं ये कर्म
1. गरुड़ पुराण के अनुसार जिन लोगों का अपने इंद्रियों पर पूरी तरह नियंत्रण होता है, जो कोई भी फैसला क्रोध, भय और शोक से मुक्त होकर लेते हैं. वे लोग बहुत महान होते हैं और स्वर्ग को प्राप्त करते हैं.
2. जो लोग अपनी पत्नी के अतिरिक्त किसी भी अन्य स्त्री को माता, बहन और पुत्री की नजरों से देखते हैं. स्त्री का सम्मान करते हैं. ऐसे लोग मृत्यु के बाद स्वर्ग प्राप्त करते हैं.
3. जो लोग दूसरों के अच्छे गुण देखते हैं, उनकी सच्ची तारीफ करते हैं, अपनी गलती को समझकर उसे सुधारने का प्रयास करते हैं, ऐसे लोगों को यम के कष्ट नहीं भोगने पड़ते. धर्म के मार्ग पर चलते हुए ये लोग मृत्यु के बाद स्वर्ग की ओर अग्रसर होते हैं.
4. कुआं, तालाब, प्याऊ, आश्रम, मंदिर आदि का निर्माण कराने वालों के भी तमाम पाप कट जाते हैं. ऐसे लोग भी मृत्यु के बाद स्वर्ग में जाते हैं.
ये कर्म पहुंचाते हैं नर्क
1. जो व्यक्ति गरीब, रोगी, असहाय, अनाथ, बुजुर्ग या किसी जरूरतमंद को सताते हैं, उनका मजाक उड़ाते हैं. ऐसे लोगों को नरक की यातना भोगनी पड़ती है.
2. जो देवताओं और अपने पितरों की पूजा नहीं करते, उन्हें मान और सम्मान नहीं देते, ऐसे लोगों के लिए स्वर्ग में कोई स्थान नहीं होता.
3. जो लोग हमेशा लोभ में रहते हैं, दूसरों को सताते हैं, कन्याओं का सौदा करते हैं, दूसरों के धन पर कब्जा करते हैं, ऐसे लोगों को मृत्यु के ​बाद नर्क में असहनीय कष्ट भोगने पड़ते हैं.


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