- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- सालों तक बोतल में बंद...
सालों तक बोतल में बंद करके रखने पर भी खराब नहीं होता गंगाजल
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भारत को नदियों का देश कहा जाता है। यहां पर कई नदियां बहती हैं, जो अपने आप में ही कई विशेषताओं को लिए हुए हैं। इन विशेष नदियों में से एक गंगा नदी हैं, जो न जाने कितनी अशुद्धियों को पवित्र कर देती हैं। आज भी कोई शुभ कार्य करने से पहले गंगा जल का उपयोग किया जाता है। हिन्दू धर्म में गंगा नदी की पवित्रता से सभी वाकिफ हैं।
बच्चे के जन्म से लेकर उसकी मृत्यु तक हर काम में गंगाजल का इस्तेमाल किया जाता है। समय-समय पर गंगाजल की आवश्यकता होने के कारण जब भी कोई व्यक्ति पवित्र गंगा में डुबकी लगाने के लिए हरिद्वार जाता है तो उसे पवित्र जल अवश्य लाना चाहिए। हर हिंदू के घर में गंगा जल से भरी बोतल लगभग मिल ही जाती है।
आमतौर पर घर पर रखा पानी खराब हो जाता है या फिर पीने लायक नहीं रहता। गंगा जल एकमात्र ऐसा जल है, जो सालों तक बोतल में बंद करके रखने पर भी खराब नहीं होता। सनातन संस्कृति में गंगा जल को बहुत ही पवित्र जल माना गया है और यह कभी भी खराब नहीं होता। क्या आप इसके खराब न होने के कारण के बारे में जानते हैं ? अगर नहीं तो आइए जानते हैं इसके बारे में
हिमालय की कोख गंगोत्री से निकली मां गंगा के जल में भारी मात्रा में गंधक, सल्फर और खनिज पाई जाती हैं। हरिद्वार में गंगोत्री से आ रही गंगा जल की विशेषता इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि यह हिमालय पर्वत से होकर गुजरती हैं। हिमालय में अनेक तरह की ओषधिय जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं। जब गंगा जल और हिमालय की मिट्टी मिल जाते हैं तो जल शुद्ध और पवित्र हो जाता है। शायद यही कारण है की गंगाजल कभी भी खराब नहीं होता।
अध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो गंगा को अन्य नदियों से अधिक सर्वोत्तम स्थान प्राप्त है। तभी तो भगवान शिव ने उन्हें अपने सिर पर धारण किया हुआ है। गंगा को पतित पावणी भी कहा जाता है। यह हर पापा को नष्ट करनी की शक्ति रखती हैं। तभी इनका जल कभी भी मलिन नहीं होता।
सारांश में आपको बताने चाहेंगे की आज तक वैज्ञानिक भी यह रहस्य नहीं जान पाए की आखिर गंगा जल क्यों खराब नहीं होता ?