धर्म-अध्यात्म

Ganesh Puja: साल के पहले दिन इस विधि से करें गणेश जी की पूजा, बरसेगी कृपा

Tara Tandi
29 Dec 2024 9:53 AM GMT
Ganesh Puja: साल के पहले दिन इस विधि से करें गणेश जी की पूजा,  बरसेगी कृपा
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Ganesh Puja Vidhi ज्योतिष न्यूज़: साल 2025 की शुरुआत होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं, और यदि आप इस पूरे वर्ष स्वस्थ और निरोगी रहना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण है। वर्ष 2025 की शुरुआत 1 जनवरी, बुधवार को पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से हो रही है। वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन पूजा-पाठ, व्रत, धार्मिक अनुष्ठान और मानव कल्याण के कार्य करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, यह तिथि नई ऊर्जा और सकारात्मकता के साथ जीवन में नए संकल्पों को शुरू करने के लिए भी
उपयुक्त मानी जा रही है।
1 जनवरी 2025 को आरोग्य व्रत का शुभ अवसर बन रहा है। नए साल का पहला दिन बुधवार को पड़ रहा है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। हिंदू धर्म में गणेश जी को प्रथम पूज्य माना जाता है, और उनकी पूजा से सभी कार्य सफल होते हैं। इसलिए, इस दिन विधि-विधान से आरोग्य व्रत करने से पूरे वर्ष स्वास्थ्य बना रहेगा।
आरोग्य व्रत व्रत न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है। भगवान गणेश की आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में बाधाएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
पौष मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि और बुधवार का संयोग साल 2025 को विशेष बना रहा है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके भगवान गणेश के मंत्रों, स्तोत्रों का पाठ और आरोग्य व्रत का संकल्प लेने से शारीरिक रोग, दुख और कष्ट दूर होंगे। साथ ही, इस दिन किए गए धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों का प्रभाव दीर्घकालिक होता है। इस व्रत को करने से व्यक्ति को आत्मविश्वास, शांति और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है।
आरोग्य व्रत का महत्व
आरोग्य व्रत अपने ईष्ट देव को समर्पित किया जाता है। दरअसल, हर व्यक्ति का ईष्ट देव अलग होता है- कुछ लोग भगवान विष्णु को पूजते हैं, कुछ शिव जी को, तो कुछ लोग अन्य देवी-देवताओं की आराधना करते हैं। यह व्रत ईष्ट देवता को प्रसन्न करने का एक सशक्त माध्यम है। यदि यह व्रत पूर्ण श्रद्धा और विधिपूर्वक अपने ईष्ट देव को समर्पित करके किया जाए, तो इसका संपूर्ण फल प्राप्त होता है।
इस व्रत में शुद्ध जल, दूध और फलों का सेवन किया जा सकता है। साथ ही इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व होता है। जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और अन्य आवश्यक वस्तुएं दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। वर्ष 2025 का यह शुभारंभ विशेष दिन और तिथि के कारण अत्यंत लाभकारी रहेगा और भगवान गणेश की कृपा सभी पर बनी रहेगी।
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डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।
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