धर्म-अध्यात्म

घर सुख शांति के लिए गृह प्रवेश से पहले इन बातों को जरूर ध्यान रखें

Tara Tandi
1 July 2021 2:16 PM GMT
घर सुख शांति के लिए गृह प्रवेश से पहले इन बातों को जरूर ध्यान रखें
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नया घर खरीदना या बनवाना जीवन की बहुत बड़ी उपलब्धियों में से एक है

नया घर खरीदना या बनवाना जीवन की बहुत बड़ी उपलब्धियों में से एक है. तमाम लोग ऐसे होते हैं, जो पूरा जीवन किराए के घर में निकाल देते हैं, लेकिन उन्हें अपनी खुद की छत नसीब नहीं होती. इसी उपलब्धि के लिए भगवान का आभार प्रकट करने और उस स्थान की नकारात्मकता को समाप्त करने के लिए लोग गृहप्रवेश के दौरान सत्य नारायण की कथा, हवन आदि कराते हैं. अगर आपने भी नया घर खरीदा है और गृहप्रवेश की तैयारी कर रहे हैं, तो इन बातों को जरूर ध्यान रखें.

1. सबसे पहले गृह प्रवेश के लिए दिन, तिथि, नक्षत्र आदि को ध्यान में रखते हुए ही गृहप्रवेश करें. आप इसके विषय में किसी ज्योतिषाचार्य से बात कर लें. ऐसे कामों में शुभ मुहूर्त को ध्यान रखना बहुत जरूरी है.
2. गृहप्रवेश से पहले मुख्य द्वार पर बंदनवार जरूर टांगें. आम के पत्तों का बंदनवार काफी शुभ माना जाता है. इससे सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है.
3. शास्त्रों में कहा गया है कि यदि भगवान को घर पर आने का न्योता दिया है, तो उनके आने की अच्छे से तैयारी कीजिए. इसलिए घर के दरवाजे पर रंगोली जरूर बनाएं. मान्यता है माता लक्ष्मी को रंगोली अतिप्रिय है.
4. घर में प्रवेश करने से पहले वास्तु पूजा और गृहशांति पूजा जरूर करवाएं. इससे बुरे स्वप्न, अकाल मृत्यु, क्लेश, आर्थिक संकट आदि तमाम समस्याओं का खतरा दूर हो जाता है.
5. गणपति को शुभ फलदाता माना जाता है, इसलिए घर में प्रवेश करते समय गणेश जी की मूर्ति अपने साथ लेकर जरूर जाएं.
6. अगर आप शादीशुदा हैं तो पति और प​त्नी साथ मिलकर दरवाजे के अंदर प्रवेश करें और अपना दाहिना पैर ही पहले आगे बढ़ाएं.
7. कहा जाता है कि गृहप्रवेश कराने के बाद घर में 40 दिनों तक रहना बहुत जरूरी है, इसलिए कितनी ही आवश्यकता पड़े, लेकिन 40 दिनों से पहले घर को अकेला न छोड़ें.
8. गृह प्रवेश के बाद सबसे पहले घर में दूध उबालें और अपने हाथों से कोई मीठी चीज बनाकर प्रभु को भोग लगाएं. एक हिस्सा गाय, कौए और कुत्ते के लिए जरूर निकालें. इससे पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)


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