धर्म-अध्यात्म

तुलसी के पौधे को लेकर करें इन नियमों का पालन, रविवार और एकादशी को न चढ़ाएं जल

Tulsi Rao
6 March 2022 5:31 AM GMT
तुलसी के पौधे को लेकर करें इन नियमों का पालन, रविवार और एकादशी को न चढ़ाएं जल
x
कभी भी घर के दक्षिणी भाग में तुलसी का पौधा न लगाएं, इससे घर में अशांति पैदा होती है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू ग्रंथों में तुलसी के पौधे का बहुत महत्‍व है. तुलसी की पूजा की जाती है. भगवान विष्‍णु की पूजा तो बिना तुलसी दल अर्पित किए हुए अधूरी मानी जाती है. भगवान विष्‍णु को तुलसी बहुत प्रिय हैं. उन्‍हें मां लक्ष्‍मी का ही रूप माना गया है. जिस घर में तुलसी की रोजाना पूजा होती है वहां हमेशा सुख-समृद्धि रहती है. तुलसी का घर में होना ढेरों लाभ देता है, इससे घर में सकारात्‍मकता बनी रहती है. लेकिन तुलसी के पत्‍तों का गलत तरीके से इस्‍तेमाल करना या तुलसी के पौधे को लेकर कुछ नियमों की अनदेखी करना बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है.

खत्‍म हो जाते हैं सारे वास्तु दोष
घर में तुलसी के पौधे का होना कई तरह के वास्तु दोष खत्‍म कर देता है. तुलसी के पौधे से ज्‍यादा से ज्‍यादा लाभ पाने के लिए इसे उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए. कभी भी घर के दक्षिणी भाग में तुलसी का पौधा न लगाएं, इससे घर में अशांति पैदा होती है.
तुलसी के पौधे के मामले में न करें ये गलतियां
- शास्त्रों के अनुसार तुलसी हर रविवार और एकादशी के दिन भगवान विष्‍णु के लिए व्रत करती हैं. ऐसे में रविवार, एकादशी के दिन कभी तुलसी को जल न चढ़ाएं. इसके अलावा सूर्य और चंद्र ग्रहण के समय भी तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए. ना ही इन दिनों में तुलसी के पत्‍ते तोड़ें.
- तुलसी के पत्‍तों को कभी भी नाखून से न तोड़ें, बल्कि उंगलियों के पोर की मदद से बहुत आराम से तोड़ें. तुलसी के पत्‍ते हमेशा इस तरह तोड़ना चाहिए, कि पौधे को नुकसान न हो.
- तुलसी के पौधे को कभी भी बिना नहाए न छुएं.
- जूते-चप्‍पल पहनकर तुलसी के पौधे को न छुएं. इससे मां लक्ष्‍मी नाराज होती हैं.
- तुलसी का पौधा बहुत पवित्र माना गया है, इसके आसपास गंदगी का होना जीवन में कई मुसीबतें ला सकता है.


Next Story