धर्म-अध्यात्म

बैड लक दूर करने के लिए अपनाएं ये उपाय

Tara Tandi
24 Jun 2022 9:18 AM GMT
बैड लक दूर करने के लिए अपनाएं ये उपाय
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गुड लक और बैड लक हमारे जीवन में बहुत अहमियत रखते हैं. कई बार हम भरसक मेहनत करके कोई काम करते हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गुड लक और बैड लक हमारे जीवन में बहुत अहमियत रखते हैं. कई बार हम भरसक मेहनत करके कोई काम करते हैं और यदि वह पूरा नहीं होता है, तो उसे बैड लक से जोड़कर देख लेते हैं. वहीं इसके विपरीत कभी-कभी बिना मेहनत के कोई काम बे उम्मीद सफलता पा जाता है, तो उसे हम गुड लक से जोड़ लेते हैं. गुड लक और बैड लक यह सब कुछ हमारी दिनचर्या और हमारे कर्मों पर निर्भर करता है. भोपाल के रहने वाले ज्योतिषाचार्य पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा हमें बता रहें हैं कि सुबह उठकर कौन से काम हैं, जिन्हें करने से गुड लक (Good Luck) हमेशा आपके साथ बना रहेगा.

इष्ट देव की पूजा
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार व्यक्ति को नियमित रूप से अपने इष्ट देव की पूजा करना चाहिए. उनकी पूजा करने से बैड लक गुड लक में बदल जाता है. इसके अलावा आपके इष्ट देव आपको तरक्की का आशीर्वाद देते हैं और आपके हर संकट को दूर करते हैं.
गायत्री मंत्र का जाप करें
हिंदू धर्म में ऐसे कई मंत्र हैं, जिनके जाप के बारे में धार्मिक शास्त्रों में उल्लेख मिलता है. उन्हीं में से एक है गायत्री मंत्र. गायत्री मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से जीवन में सकारात्मकता भर जाती है और दरिद्रता दूर हो जाती है. इसके अलावा वह व्यक्ति अपने जीवन में हर काम में सफलता प्राप्त करता है.
उठते ही हथेली के दर्शन करें
अक्सर आपने यह बात सुनी होगी कि सुबह उठकर अपनी हथेली के दर्शन करना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हमारी दोनों हथेली में मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए सुबह उठकर दोनों हाथों को जोड़ें और इस मंत्र 'कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती। करमूले तु गोविन्द: प्रभाते करदर्शनम्।।' का जाप करें और फिर हथेलियों के दर्शन करें.
तुलसी के पास दीपक जलाएं
हिंदू धर्म में हर घर में तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है. आप भी अपने दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलना चाहते हैं, तो नियमित रूप से सुबह उठकर स्नान करें और तुलसी में घी का दीपक लगाएं.
सूर्य देव को जल अर्पित करें
सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद नियमित रूप से सूर्य देव को तांबे के कलश में जल, रोली, अक्षत, मिश्री और लाल फूल डालकर अर्घ्य देना चाहिए. ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, साथ ही समाज में मान-सम्मान बढ़ता है और कार्यक्षेत्र में तरक्की होती है.
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