धर्म-अध्यात्म

साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें कब से

Tara Tandi
6 April 2024 2:33 PM GMT
साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानें कब से
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ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या तिथि को चैत्र अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है जो कि बेहद ही खास होती है इस दिन स्नान दान, पूजा पाठ और व्रत का विधान माना गया है अमावस्या तिथि पूर्वजों को समर्पित होती है इस दिन लोग अपने पितरों का श्राद्ध तर्पण और पिंडदान कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं
इस बार चैत्र अमावस्या 8 अप्रैल दिन सोमवार को है और इसी दिन साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है तो जो कि 8 अप्रैल को रात में 9 बजकर 12 मिनट से शुरू होकर मध्य रात्रि 1 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। रात में सूर्य ग्रहण लगने के कारण यह भारत में दिखाई नहीं पड़ेगा। जिस कारण इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि ग्रहण काल के दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
जानें क्या करें क्या ना करें—
ज्योतिष अनुसार सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय भोजन नहीं करना चाहिए। इसे अच्दा नहीं माना जाता है जो लोग ग्रहण काल के दौरान भोजन करते हैं उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है ग्रहण के सूतक काल में ही भोजन में तुलसी के पत्ते रख देने चाहिए। इससे भोजन दूषित नहीं होता है। इसके अलावा ग्रहण काल के दौरान तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए और ना ही इन्हें छुना चाहिए।
इसके अलावा पीपल के पेड़ को भी छूने की गलती नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज़ हो सकती है। ग्रहण काल के समय देवी देवताओं की प्रतिमा को स्पर्श करने की भूल भी नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से दोष लगता है ग्रहण काल के समय भगवान का ध्यान और मंत्र जाप करना लाभकारी माना जाता है। ग्रहण समाप्त होने के बाद गंगाजल से स्नान करें और देवी देवताओं को भी गंगाजल से स्नान कराएं फिर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। इस दौरान मंत्रों का जाप करना भी अच्छा माना जाता है।
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