- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- माघ गुप्त नवरात्रि के...
माघ गुप्त नवरात्रि के प्रथम दिन आसान उपाय, कर्ज व पितृदोष से मुक्ति
ज्योतिष न्यूज़ डेस्कः हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन नवरात्रि को बेहद ही खास माना गया है जो कि साल में चार बार पड़ती है इसमें दो गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। पंचांग के अनुसार अभी माघ का महीना चल रहा है और इस माह पड़ने वाली गुप्त …
ज्योतिष न्यूज़ डेस्कः हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन नवरात्रि को बेहद ही खास माना गया है जो कि साल में चार बार पड़ती है इसमें दो गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है। पंचांग के अनुसार अभी माघ का महीना चल रहा है और इस माह पड़ने वाली गुप्त नवरात्रि बेहद ही खास होती है जो कि मां दुर्गा के दस महाविद्याओं को समर्पित है मान्यता है कि इस दौरान पूजा पाठ और व्रत करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है।
इस बार गुप्त नवरात्रि का आरंभ 10 फरवरी दिन शनिवार यानी आज से हो चुका है और समापन 18 फरवरी दिन रविवार को हो जाएगा। गुप्त नवरात्रि के दिन पूजा पाठ और व्रत के दौरान अगर कुछ उपायों को किया जाए तो देवी की असीम कृपा बरसती है और जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं, तो आज हम आपको उन्हीं उपायों के बारे में बता रहे हैं।
गुप्त नवरात्रि के आसान उपाय-
ज्योतिष अनुसार गुप्त नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि को शुभ मुहूर्त माना जाता है ऐसे में इस समय जप तप और व्रत करने का संकल्प करें इसके बाद देवी की सुबह शाम विधिवत पूजा करें। ऐसा करने से देवी मां प्रसन्न होकर कृपा करती है वही कर्ज से मुक्ति पाने के लिए गुप्त नवरात्रि में रोजाना सुबह मां दुर्गा की पूजा कर लाल पुष्प अर्पित करें इसके बाद सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ लगातार 9 दिनों तक करें। ऐसा करने से हर तरह के कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।
पितृदोष से पीडि़त लोगों को नवरात्रि के प्रथम दिन सुबह उठकर स्नान आदि करके पूजन स्थल पर एक चैकी पर लाल वस्त्र बिछाकर तांबे की एक थाली रख दें। फिर उस थाली में कुमकुम से त्रिकोण बनाकर उसके तीनों कोनो पर एक एक अभिमंत्रित लघु नारियल रख दें। इसके बाद राहु यंत्र की स्थापना करें। फिर कुमकुम, अक्षत और नैवेद्य अर्पित करें और पितृदोष निवारण मंत्र का जाप करें। इस उपाय को रोजाना नौ दिनों तक जरूर करें और दशमी के दिन लघु नारियल और राहु यंत्र को किसी नदी में प्रवाहित कर दें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से पितृदोष दूर हो जाता है।