धर्म-अध्यात्म

दुर्गा अष्टमी आज, महागौरी की उपासना, जानिए देवी की प्रसन्नता के लिए क्या करें और क्या नहीं, जाने

Subhi
9 April 2022 4:48 AM GMT
दुर्गा अष्टमी आज, महागौरी की उपासना, जानिए देवी की प्रसन्नता के लिए क्या करें और क्या नहीं, जाने
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आज यानी 9 अप्रैल,शनिवार के दिन चैत्र नवरात्रि महाअष्टमी यानी दुर्गा अष्टमी मनाई जा रही है। चैत्र नवरात्रि के चलते आदिशक्ति श्री दुर्गाजी का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं,नवरात्रि के आठवें दिन इनकी उपासना की जाती है।

आज यानी 9 अप्रैल,शनिवार के दिन चैत्र नवरात्रि महाअष्टमी यानी दुर्गा अष्टमी मनाई जा रही है। चैत्र नवरात्रि के चलते आदिशक्ति श्री दुर्गाजी का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं,नवरात्रि के आठवें दिन इनकी उपासना की जाती है। इनकी उपासना से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं,उपासक सभी प्रकार से पवित्र और अक्षय पुण्यों का अधिकारी हो जाता है। उसके पूर्व संचित पाप भी नष्ट हो जाते हैं और भविष्य में पाप-संताप, दैन्य-दुःख उसके पास कभी नहीं रहते। धन-धन्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए इस दिन क्या करें और किन कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।

महागौरी की उपासना

ये धन,वैभव और सुख-शांति की अधिष्ठात्री देवी हैं।अष्टमी तिथि के दिन प्रात:काल स्नान-ध्यान के पश्चात कलश पूजन करके मां की विधि-विधान से पूजा करें। इस दिन मां को सफेद पुष्प अर्पित करें,मां की वंदना मंत्र का उच्चारण करें। आज के दिन मां को हलुआ, पूरी, सब्जी, काले चने एवं नारियल का भोग लगाएं। माता रानी को चुनरी अर्पित करें।

कन्या पूजन

भक्तों के लिए यह देवी अन्नपूर्णा का स्वरूप हैं इसलिए अष्टमी के दिन कन्याओं के पूजन का विधान है। अष्टमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन 10 साल तक की कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें आदर पूर्वक सात्विक और सुमधुर भोजन कराएं एवं उन्हें जरूरत की चीजें भेंट करें,ऐसा करने से देवी मां का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।

श्रृंगार की वस्तुएं भेंट दें-

महाअष्टमी के दिन देवी माता के मंदिर में या फिर किसी सुहागिन महिला को लाल रंग की साड़ी और श्रृंगार का सामान भेंट देने से घर में सुख-सौभाग्य आता है।

शुभ रंगों के वस्त्र पहनें-

जब भी आप पूजा में बैठें तो मां के प्रिय रंग लाल,पीले,गुलाबी और हरे रंग के वस्त्रों का प्रयोग करें,देवी की पूजा करते समय काले-नीले रंग के कपड़े पहनने से बचें।

दीप जलाएं-

इस दिन तुलसी के पास शुद्ध घी का दीपक जलाएं और फिर परिक्रमा करें,ऐसा करने से परिवार के सदस्य निरोग रहते हैं एवं घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होकर सुख समृद्धि का वास होता है।

क्या नहीं करें-

अष्टमी के दिन माता की पूजा करने के बाद दिन में सोना नहीं चाहिए,दिन में सोना सेहत की दृष्टि से भी ठीक नहीं माना गया है।

यदि आपने घर में मां दुर्गा की अखंड ज्योति जलाई है तो घर खाली नहीं छोड़ना चाहिए।

इस दिन अपनी दाढ़ी-मूंछ या बाल नहीं कटवाने चहिए। अगर व्रत नहीं भी किया है लेकिन घर में यदि कलश की स्थापना की गई है तो भी परिवार के लोगों को इन चीजों से परहेज करना चाहिए।

कन्या,सृष्टि सृजन श्रृंखला का अंकुर होती है। यह पृथ्वी पर प्रकृति स्वरूप माँ शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है। सिर्फ आज ही नहीं बल्कि कभी भी कन्याओं और स्त्रियों का अपमान नहीं करें।

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