- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- घर की इन चीजों के कारण...
धर्म-अध्यात्म
घर की इन चीजों के कारण होता है पैसों का नुकसान, जीवन में आती हैं आर्थिक दिक्कतें
Tulsi Rao
8 Feb 2022 5:51 AM GMT

x
जिससे आए दिन रुपए-पैसों का नुकसान होता रहता है. ऐसे में इन चीजों को तुरंत घर से बाहर करना चाहिए.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज के समय में हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पर्याप्त धन रहे, जिससे कि जीवन में आर्थिक दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. दरअसल समाज में रहन-सहन का स्तर ऊंचा रखने के लिए धन की जरुरत होती ही है. इस भौतिकवादी युग में यह कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि मान-सम्मान भी धन पर निर्भर करता है. शायद यही कारण है कि इंसान धन कमाने के लिए दिन-रात कोशिश करता है. लेकिन कई बार बहुत परिश्रम और प्रयास के बाद भी धन की कमी महसूस होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसर घर में रखी कई चीजें भी आर्थिक तंगी का कारण बनती हैं. अमूमन लोग इन चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं. जिससे आए दिन रुपए-पैसों का नुकसान होता रहता है. ऐसे में इन चीजों को तुरंत घर से बाहर करना चाहिए.
सूखे पौधे
पौधे अमूमन सभी के घर में लगे होते हैं. वास्तु के मुताबिक हरे पैधे वास्तु दोष को दूर करते हैं. परंतु सूखे पौधे घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं. ऐसे में अगर कोई पौधा सूख जाए तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए.
दरवाजे और खिड़कियों की धूल
घर की खिड़कियों और दरवाजों से ऊर्जा का प्रवाह होता है. ऐसे में खिड़कियों और दरवाजों पर जमी धूल और गंदगी को तुरंत साफ करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि खिड़की और दरवाजों पर जमे धूल-गंदगी ऊर्जा के प्रवाह में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं.
बेकार कागजात
घर में कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिसका कोई इस्तेमाल नहीं होता है. ये बेकार पड़े रहते हैं. अधिंकाश लोग इसे यह समझकर घर में रखते हैं कि कहीं जरूरत ना पड़ जाए. ऐसे में घर के अंदर बेकार की चीजों का ढेर लग जाता है. ऐसे में इन चीजों को या तो घर से निकाल देना चाहिए या फिर इसे सहेजकर रखना चाहिए. घर में बिखड़े कागजातों के ढेर वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं.
कूड़ेदान
घर की सारी गंदगी कूड़ेदान में रखी जाती है. ऐसे में इसे घर के अंदर नहीं रखना चाहिए. कूड़ेदान को घर के बाहर किसी अलग स्थान पर रखाना चाहिए. वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के मुख्य द्वार के पास भूलकर भी कूड़ेदान नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है.
Next Story