धर्म-अध्यात्म

नौतपा के चलते रामलला के राग-भोग में दिया जा रहा दही और फलों का जूस, हो रही शीतल आरती

Sanjna Verma
28 May 2024 11:04 AM GMT
नौतपा के चलते रामलला के राग-भोग में दिया जा रहा दही और फलों का जूस, हो रही शीतल आरती
x
उत्तरप्रदेश : अयोध्या नौतपा के चलते तापमान 40 डिग्री से ऊपर पहुंच गया है। ऐसे में रामनगरी के मंदिरों में विराजमान भगवान की दिनचर्या भी बदल गई है। राम मंदिर में विराजमान बालक राम के राग-भोग में बदलाव कर दिया गया है। उन्हें भोग में दही और फलों का जूस दिया जा रहा है। अभी तक उन्हें पेड़ा, खीर, पूड़ी-सब्जी का भोग लगाया जाता था, लेकिन अब गर्मी के हिसाब से भोग लगाया जा रहा है। शीतल आरती हो रही है। सूती वस्त्र पहनाए जा रहे हैं।22 जनवरी को अयोध्या में भव्य आयोजन के साथ भगवान राम के बालक स्वरूप को विराजित किया गया था। ऐसे में उनकी सेवा भी एक बालक के रूप में की जा रही है। देश-दुनिया से रामलला के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। गर्मी के मौसम के कारण प्रभु राम की सेवा में बदलाव किए गए हैं। राग, भोग और वस्त्र गर्मी के हिसाब से बदले गए हैं।
राम मंदिर में रामलला पांच साल के बालक के रूप में विराजमान हैं। इसलिए ठंडी और गर्मी से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए जाते हैं। राम मंदिर के पुजारी प्रेमचंद्र त्रिपाठी ने बताया, “इस समय चूंकि नौतपा चल रहा है और गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। इसलिए रामलला को भोग में शीतल व्यंजन दिए जा रहे हैं। उन्हें सूती वस्त्र पहनाए जा रहे हैं।”सुबह पहले दीपों से आरती होती थी, अब चांदी की थाली में चारों तरफ फूल बिछाकर आरती की जाती है। भोग में उन्हें सुबह और शाम दही दी जाती है। इसके अलावा फलों का जूस और लस्सी का भी भोग लगता है। भोग में मौसमी फल भी शामिल किए जाते हैं।
लक्ष्मण किला में विराजमान ठाकुर और किशोरी जी को गर्मी से बचाने के लिए गर्भगृह में एसी लगाई गई है। मंदिर के अधिकारी सूर्य प्रकाश शरण बताते हैं, “भगवान की प्राण-प्रतिष्ठा होने के बाद माना जाता है कि उनमें प्राण हैं। इसीलिए भोग, श्रृंगार व विश्राम की व्यवस्था की जाती है। इसी मान्यता के चलते भगवान की मौसम के हिसाब से सेवा भी की जाती है। भगवान को इस समय खीरा, सत्तू, दही सहित शीतलता प्रदान करने वाले व्यंजनों का भोग अर्पित किया जा रहा है।”
मंदिरों में गर्भगृह में लगाए गए हैं कूलर व एसी सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में भी गर्मी के मौसम में हनुमान जी महाराज के लिए कूलर की व्यवस्था की गई है। श्री राम वल्लभा कुंज और हनुमान बाग में गर्भगृह में एसी लगाई गई है। सियाराम किला झुनकी घाट के महंत करुणा निधान शरण ने बताया, “मंदिर में विराजमान युगल सरकार को गर्मी से बचाने के लिए विभिन्न उपाय किए गए हैं। आरती के लिए फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। इसी तरह रामनगरी के अन्य मंदिरों में भी भीषण गर्मी के चलते राग भोग की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है।”
Next Story