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भूलकर भी न बनाएं और न खिलाएं गिनकर रोटियां, जानें क्यों?
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। घर परिवार में कभी-कभी अचानक से परेशानियां बढ़ने लगती हैं। घर में कोई न कोई बीमार रहने लगता है। अचानक से फालतू खर्च बढ़ने लगते हैं और धन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो एक बार वास्तु से जुड़ी बातों पर ध्यान अवश्य दें। रसोई एक ऐसा स्थान होता है, जहां पर परिवार के सभी सदस्यों के लिए भोजन बनता है यदि इस स्थान पर कोई दोष हो तो इसका प्रभाव खाना बनाने वाले के साथ ही पूरे परिवार पर पड़ता है। सनातन संस्कृति में गाय को पहली रोटी खिलाने की परंपरा है। ऐसा करना शुभ माना गया है और शुभ फल प्राप्ति के लिए यह विशेष उपाय भी है। जब से एकल परिवार का चलन बढ़ा है, घरों में गिनकर रोटियां बनाई जाने लगी हैं। हालांकि आजकल की जीवनशैली और बढ़ती बीमारियों को देखते हुए रोटी बनाने का यह तरीका एक नजर में सही लग सकता है लेकिन यह जीवन पर बहुत बुरा असर डालता है। यह न केवल कुंडली के शुभ ग्रहों के असर को गड़बड़ा देती है, बल्कि घर की सुख-शांति-समृद्धि और परिजनों की सेहत तक छीन लेती है। आइए आज जानते हैं कि रोटी का ग्रहों से क्या संबंध है और रोटियां पकाने को लेकर धर्म, ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में क्या उपाय बाते गए हैं।