धर्म-अध्यात्म

बजरंगबली को चोला चढ़ाते समय ना करें ये गलती

HARRY
28 April 2023 7:01 PM GMT
बजरंगबली को चोला चढ़ाते समय ना करें ये गलती
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सही तरीका ही पूरी कराएगा मनोकामना

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | प्रभु श्रीराम के परम भक्‍त हनुमान जी को प्रसन्‍न करने के लिए मंगलवार का दिन सर्वश्रेष्‍ठ होता है. मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा करना, हनुमान चालीसा का पाठ करना, उन्‍हें पान का बीड़ा चढ़ाना बहुत लाभ देता है. इसलिए लोग मंगलवार के दिन हनुमान जी की विशेष पूजा-अर्चना, उपासना करते हैं. साथ ही मनोकामनाएं मांगते हैं. बजरंगबली की कृपा से जीवन के सारे कष्‍ट दूर हो जाते हैं और मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हनुमान जी की पूजा करने, चोला चढ़ाने में जरूरी नियमों का पालन किया जाए. साथ ही चोला सही विधि से चढ़ाया जाए.

हनुमान जी को चोला चढ़ाने की सही विधि

हनुमान जी को चोला चढ़ाने से व्‍यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अलावा मंगलवार को किए गए ये उपाय कुंडली में मंगल ग्रह को भी मजबूत करते हैं. जिससे मंगल ग्रह शुभ फल देता है. धर्म-शास्‍त्रों में हनुमान जी को चोला चढ़ाने का सही तरीका बताया गया है.

हनुमानजी को चोला चढ़ाने के लिए सबसे शुभ दिन मंगलवार और शनिवार ही हैं. मंगलवार और शनिवार के अलावा सप्‍ताह के किसी अन्‍य दिन में चोला चढ़ाने से पूरा फल नहीं मिलता है. चोला चढ़ाने के लिए सुबह जल्‍दी स्‍नान करके लाल रंग के कपड़े पहनें. फिर हनुमानजी की प्रतिमा का गंगाजल से अभिषेक करें. फिर सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर सबसे पहले हनुमान जी के चरणों में लगाएं और फिर प्रतिमा पर ऊपर से लेकर पैरों तक चोला चढ़ाएं. चोला चढ़ाने के बाद हनुमान जी को चांदी का वर्क चढ़ाएं. साथ ही जनेऊ और वस्त्र अर्पित करें. उन्‍हें चने, गुड़, पान, सुपारी अर्पित करें. धूप-दीप करें. बेहतर होगा कि पीपल के 11 पत्‍तों पर सिंदूर से श्रीराम लिखकर हनुमान जी को अर्पित करें. इससे बजरंगबली बेहद प्रसन्‍न होते हैं. आखिर में हनुमान जी की आरती करें और उनके चरणों से थोड़ा सा सिंदूर लेकर अपने मस्तिष्‍क पर लगाएं. इससे आपकी हर मनोकामना पूरी करती है.

हनुमान जी को चोला चढ़ाने के लाभ

चोला चढ़ाने से बजरंगबली बेहद प्रसन्‍न होते हैं, वे सारे दुख कर देते हैं और मनोकामनाएं भी पूरी करते हैं. इसके अलावा चोला चढ़ाने से मंगल दोष भी दूर होता है. मंगल मजबूत होने से जातक को वैवाहिक सुख मिलता है, उसके विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं. साहस, पराक्रम बढ़ता है. भूमि-संपत्ति के मामले में लाभ होता है.

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