धर्म-अध्यात्म

पितरों का आशीर्वाद पाने हेतु पौष अमावस्या पर इन वस्तुओं का जरूर करें दान

Subhi
2 Jan 2022 1:52 AM GMT
पितरों का आशीर्वाद पाने हेतु पौष अमावस्या पर इन वस्तुओं का जरूर करें दान
x
2 जनवरी को पौष अमावस्या है। सनातन धर्म में पौष अमावस्या का विशेष महत्व है। अमावस्या दिन के अनुसार निर्धारित होता है। सोमवार को पड़ने वाले अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं।

2 जनवरी को पौष अमावस्या है। सनातन धर्म में पौष अमावस्या का विशेष महत्व है। अमावस्या दिन के अनुसार निर्धारित होता है। सोमवार को पड़ने वाले अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। वहीं, शनिवार को पड़ने वाले अमावस्या को शनि अमावस्या कहते हैं। इस दिन श्रद्धालु पवित्र नदियों और सरोवरों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। इसके बाद पूजा, जप, तप, और दान करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन प्रवाहित जलधारा में तिलांजलि करना पुण्यकारी होता है। इससे पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। अत: बड़ी संख्या में श्रधालु पवित्र नदी गंगा समेत कई अन्य नदियों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। साथ ही अमावस्या के दिन दान करने का भी विधान है। ऐसी मान्यता है कि अमावस्या के दिन दान करने से व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में सुख और समृद्धि आती है। अत: अमावस्या के दिन इन वस्तुओं का दान अवश्य करें। आइए जानते हैं-

ज्योतिषों की मानें तो गौ दान को महादान माना जाता है। अगर आप आर्थिक रूप से सबल है और इच्छा शक्ति है, तो अमावस्या के दिन गौ दान कर सकते हैं। इससे सौ यज्ञों के समतुल्य पुण्य की प्राप्ति होती है। दैविक काल में अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को गौ दान किया जाता था।
शास्त्रों में निहित है कि अन्न दान भी महादान है। अतः अमावस्या के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न जरूर दें। आप चाहे तो भोजन तैयार कर उन्हें खाना खिला सकते हैं। यह भी अन्न दान की श्रेणी में आता है।
मानव को जीवन यापन के लिए अन्न, जल और वस्त्र की आवश्यकता होती है। अतः आप अमावस्या के दिन गरीबों को अन्न के साथ-साथ वस्त्र भी दान कर सकते हैं। पौष माह में भयंकर शीतलहर पड़ती है। अतः आप गरीबों को कंबल अथवा गर्म कपड़े दे सकते हैं।
पितरों को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या के दिन ब्राह्मणों को भोजन अवश्य कराएं। इससे पितर प्रसन्न होकर पितृ लोक से सुख और समृद्धि के लिए आशीर्वाद और आशीष देते हैं।

Next Story