धर्म-अध्यात्म

क्या आप जानती हैं पूजा-पाठ में केसर का क्यों किया जाता है इस्तेमाल, क्या है इसका ज्योतिष महत्व

SANTOSI TANDI
1 Aug 2023 9:04 AM GMT
क्या आप जानती हैं पूजा-पाठ में केसर का क्यों किया जाता है इस्तेमाल, क्या है इसका ज्योतिष महत्व
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इस्तेमाल, क्या है इसका ज्योतिष महत्व
केसर एक ऐसी सामग्री है जिसका इस्तेमाल सदियों से खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ पूजा-पाठ में भी किया जाता है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान की पवित्रता बढ़ाने और सांस्कृतिक समारोहों में भी इसका इस्तेमाल जरूरी माना जाता है।
इसका उपयोग ज्योतिष में भी किया जाता है और इसके कई सकारात्मक प्रभाव भी होते हैं। ज्योतिष में केसर का संबंध बृहस्पति ग्रह से होता है, जो भाग्य और समृद्धि का ग्रह है। यदि आप केसर का इस्तेमाल पूजा-पाठ में करते हैं तो जीवन में खुशहाली बनी रहती है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें ज्योतिष में केसर के महत्व के बारे में और इसके फायदों के बारे में।
केसर का है ग्रहों से संबंध
ज्योतिष के अनुसार हर एक ग्रह किसी न किसी रंग से जुड़ाव रखते हैं। केसर (माथे पर केसर का तिलक लगाने के फायदे)एक ऐसी सामग्री है जिसे गुरु बृहस्पति से जोड़ा जाता है और इसे पूजा में इस्तेमाल किया जाता है। बृहस्पति को ज्ञान और आध्यात्मिकता से जुड़ा एक उदार और विशाल ग्रह माना जाता है।
यदि आप गुरु बृहस्पति की पूजा में केसर का इस्तेमाल करेंगे तो इसे मजबूत करने में मदद मिलती है। इसका इसे पूजा या आरती में इस्तेमाल करने के बाद इसका तिलक मस्तक पर लगाने से शरीर के सभी चक्रों को मजबूत करने में मदद मिलती है। गुरु की सामग्री होने की वजह से इसे बहुत शुभ पूजा सामग्री माना जाता है।
केसर के प्रसाद से देवताओं को करें प्रसन्न
केसर को एक पवित्र और शुभ पदार्थ माना जाता है, इसलिए इसका उपयोग ग्रह देवताओं को प्रसन्न करने या अनुकूल ग्रहों से आशीर्वाद लेने के लिए किसी भी अनुष्ठानों में प्रसाद तैयार करने के लिए किया जाता है।
इसका उपयोग कभी-कभी संबंधित ग्रहों से अनुकूलता प्राप्त करने के लिए धार्मिक समारोहों और प्रार्थनाओं के दौरान विशेष प्रसाद की तैयारी में भी किया जाता है। इसके पतले धागे किसी भी प्रसाद में और ज्यादा ज्योतिष लाभ जोड़ने में मदद करते हैं।
ग्रह दोषों को दूर करने के लिए केसर का उपाय
अगर आपकी कुंडली में कोई दोष है जिसकी वजह से शादी में देरी हो रही है तो आप चंदन का तिलक भगवान विष्णु को केसर का तिलक लगाएं और अपने माथे पर भी यह तिलक लगाएं। इससे आपके जीवन की समस्याएं दूर हो सकती हैं।
कपूर के साथ केसर की आरती करने के लाभ
यदि आप कपूर के साथ केसर मिलाकर आरती (कपूर से आरती करने के फायदे) करते हैं और इसका धुआं पूरे घर में फैलने देते हैं तो आपके घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। इस उपाय से आपके घर की बुरी शक्तियां दूर होती है।
केसर पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक होता है
केसरिया रंग को जीवंत और शुभ रंग माना जाता है जो पवित्रता, प्रचुरता और समृद्धि से भी जोड़ा जाता है। सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य का आह्वान करने के लिए इसका उपयोग अक्सर पूजा अनुष्ठानों में किया जाता है।
केसर को उच्च चक्रों, विशेष रूप से मुकुट चक्र से जुड़ा माना जाता है, जो आध्यात्मिकता और ज्ञानोदय से जुड़ा है। ऐसा माना जाता है कि केसर का सेवन या उपयोग इन ऊर्जा केंद्रों को खोलने और संरेखित करने में मदद करता है।
केसर को आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने वाली सामग्री माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इसे पूजा में किसी भी रूप में इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति सीधे परमात्मा से जुड़ सकता है।
केसर का ज्योतिष में इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है
जब भी आप पूजा में केसर का इस्तेमाल करें तब ध्यान रखें कि यह शुद्ध होना चाहिए। केसर का उपयोग विभिन्न अनुष्ठानों जैसे पूजा या हवन में करें। केसर को विष्णु जी के प्रसाद में शामिल करें और इसकी माला बनाकर गले में पहनें जिससे ऊर्जा का संचार पूरे शरीर में हो सकता है।
ज्योतिष में केसर के विभिन्न लाभ हैं और इसे पूजा की विशिष्ट सामग्री मानकर घर के मंदिर में रखना शुभ होता है।
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