धर्म-अध्यात्म

कार्तिक मास में करें तुलसी पूजा, जाने देवी लक्ष्मी करेंगी धन की वर्षा

Bhumika Sahu
23 Oct 2021 5:22 AM GMT
कार्तिक मास में करें तुलसी पूजा, जाने देवी लक्ष्मी करेंगी धन की वर्षा
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ऐसे तो सालभर तुलसी की पूजा की जाती है, लकिन कहा जाता है कि कार्तिक मास में तुलसी के सामने दीपक जालने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कार्तिक का महीना पूजा पाठ वाला होता है. इस मास में तुलसी पूजन का खास महत्व होता है. कार्तिक के महीने में तुलसी पूजा को विधि विधान के साथ भक्त करते हैं. अगर कार्तिक पूर्णिमा के दिन तक आप पूरी श्रद्धा और भाव के साथ तुलसी पूजा करते हैं तो देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.

हिंदू धर्म में तुलसी को सबसे ज्यादा पवित्र और पूजनीय माना गया है. तुलसी के बिना कोई भी पूजा अधूरी ही मानी जाती है. घर के हर एक शुभ काम में तुलसी का खास महत्व है.
कार्तिक मास में लक्ष्मी मां होती हैं प्रसन्न
कार्तिक के महीने में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा आराधना का विशेष महत्व होता है. कहा जाता है कि तुलसी में खुद लक्ष्मी माता बसती हैं. इसलिए अगर लक्ष्मी मां को प्रसन्न करना है तो तुलसी की पूजा करना आवश्यक होता है. यही कारण है कि कार्तिक मास में तुलसी में जल चढ़ाने और उसके समीप दीपक जलाने से लक्ष्मी माता की कृपा होती है.
वेदों में भी इस बात का उल्लेख किया गया है कि ब्रह्मा जी ने स्वयं नारद जी को बताया था कि कार्तिक मास से ज्यादा पुण्य से भरा कोई भी महीना नहीं होता है. पुराणों में ये भी कहा गया है कि कार्तिक मास धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष आदि प्रदान करने वाला होता है.
ऐसे करें तुलसी पूजा (Tulsi Pooja Vidhi)
तुलसी में कार्तिक महीने में हर रोज सुबह नहाकर जल चढाएं और तुलसी पूजा वाले दिन पौधे के चारों तरफ एक स्तंभ जैसा बनाकर उसको सजाएं. इसके बाद तुलसी के गमले पर स्वास्तिक बनाएं. पौधे के पास रंगोली बनाएं जिसमें कमल का चित्र बनाकर वहां शंख,चक्र और गाय के पैर भी बनाएं.
अगर आपके घर पर आंवले का पौधा भी है तो तुलसी के समीप उसको भी रखें. क्योंकि आवंले में भगवान विष्णु का निवास होता है. इसके बाद 'श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं वृन्दावन्यै स्वाहा' मंत्र का जाप करें करके पूजा प्रारम्भ करें. मां तुलसी के आगे घी का दीप जलाएं और सिंदूर,रोली,चंदन और नैवेद्य चढ़ाएं. मां तुलसी के आगे सुहाग की पिटारी चढ़ाएं. उनको वस्त्र आदि समर्पित करें. तुलसी के चारों ओर दीपदान करें. ध्यान रहे की रविवार को कभी भी तुलसी की पूजा ना करें. रविवार को तुलसी को छूने तक का दोष माना गया है.
इस मंत्र का करें जप(Tulsi Pooja Mantra)
महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी
आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते।।

तुलसी नामाष्टक मंत्र

वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।
पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।

एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।
य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।
कार्तिक महीने में तुलसी पूजा करने से आप जो मनोकामना करते हैं वो पूरी होती है. तुलसी मां के सामने आप एक साल तक दीपक जलाने की मन्नत मांग सकते हैं. तुलसी पूजा से सभी परेशानियां दूर होती हैं और जीवन में खुशहाली आती है.


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