धर्म-अध्यात्म

सूर्य ग्रहण समाप्त होने के तुरंत बाद करें ये काम, नहीं पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

Subhi
25 Oct 2022 6:13 AM GMT
सूर्य ग्रहण समाप्त होने के तुरंत बाद करें ये काम, नहीं पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव
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सूर्य ग्रहण को एक अशुभ घटना माना जाता है. इस दिन पूजा-पाठ और किसी भी तरह के शुभ कार्यों की मनाही होती है. कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान व्यक्ति को सिर्फ भगवान का स्मरण करना चाहिए.

सूर्य ग्रहण को एक अशुभ घटना माना जाता है. इस दिन पूजा-पाठ और किसी भी तरह के शुभ कार्यों की मनाही होती है. कहते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान व्यक्ति को सिर्फ भगवान का स्मरण करना चाहिए. बता दें कि साल 2022 का ये सूर्य ग्रहण साल का आखिरी और दूसरा ग्रहण है और 25 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 22 मिनट से ग्रहण शुरू हो जाएगा.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस तरह सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ कार्यों की मनाही होती है, उसी प्रकार ग्रहण के तुरंत बाद कुछ कामों को करना बेहद जरूरी होता है. मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. ऐसे में उसे समाप्त करने और उसेक प्रभावों से बचने के लिए सूर्य ग्रहण के बाद कुछ चीजों को जरूर करना चाहिए.

सूर्य ग्रहण के बाद जरूर करें ये काम

सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद तुलसी के पौधे पर गंगाजल छिड़कर उसे शुद्धकर लें.

ग्रहण के समापन के बाद घर के पूजा घर या पूजा स्थल पर गंगाजल का छिड़काव जरूर करें. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है.

इस दौरान गर्भवती महिलाएं अपना विशेष ध्यान रखें. ऐसा कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह गर्भवती महिला के होने वाले बच्चे पर पड़ता है. ऐसे में ग्रहण के बाद स्नान अवश्य करें.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण के बाद तिल और चने की दाल का दान किया जाता है. कहते हैं कि ऐसा करने से जीवन में आने वाली सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है.

सूर्य ग्रहण के समापन बाद घर में झाड़ू के साथ पोछा भी अवश्य लगाएं. ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है.

ग्रहण के बाद स्नान के साथ दान का भी विशेष महत्व बताया गया है. इसलिए जितना संभव हो दान करें.

स्नान करते समय पानी में गंगाजल मिलाने से ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों का असर खत्म हो जाता है.

मान्यता है कि इस दिन देवी-देवताओं के दर्शन करना शुभ माना गया है. इसलिए ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान करें और देवी-देवताओं के दर्शन करें.


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