धर्म-अध्यात्म

Chaturmas के दिनों में रोज सुबह करें ये काम, भगवान विष्णु का मिलेगा आशीर्वाद

Tara Tandi
25 July 2024 9:24 AM GMT
Chaturmas के दिनों में रोज सुबह करें ये काम, भगवान विष्णु का मिलेगा आशीर्वाद
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Chaturmas ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू पंचांग के अनुसार अभी चातुर्मास चल रहा है और इन चार महीनों के स्वामी भगवान विष्णु है माना जाता है कि इस अवधि में श्री हरि विष्णु की पूजा करना उत्तम होता है इससे जीवन में सुख समृद्धि आती है और समस्याओं का समाधान हो जाता है। ऐसे में अगर आप भगवान विष्णु की कृपा पाना चाहते हैं
तो चातुर्मास के दिनों में रोजाना भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें साथ ही प्रभु के चमत्कारी मंत्रों का जाप करें माना जाता है कि मंत्रों के जाप से सुख सौभाग्य की प्राप्ति होती है और कष्टों का समाधान हो जाता है, तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान विष्णु के चमत्कारी मंत्र।
भगवान विष्णु के चमत्कारी मंत्र—
ॐ नमोः नारायणाय॥
विष्णु भगवते वासुदेवाये मंत्र
ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय॥
विष्णु गायत्री मंत्र
ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि।
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तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥
विष्णु शान्ताकारम मंत्र
शान्ताकारम् भुजगशयनम् पद्मनाभम् सुरेशम्
विश्वाधारम् गगनसदृशम् मेघवर्णम् शुभाङ्गम्।
लक्ष्मीकान्तम् कमलनयनम् योगिभिर्ध्यानगम्यम्
वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्॥
मंगलम भगवान विष्णु मंत्र
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
विष्णु अष्टाक्षर मंत्र
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ नमो नारायणाय
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
भगवान विष्णु का पंचरूप मंत्र
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्‍टं च लभ्यते।।
भगवान विष्णु के शक्तिशली मंत्र
ॐ अं वासुदेवाय नम:
ॐ आं संकर्षणाय नम:
ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
ॐ नारायणाय नम:
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चातुर्मास के दिन भगवान विष्णु की आराधना करना शुभ माना जाता है इससे साधक को जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है इसके अलावा चातुर्मास के दिनों में व्रत रखना, पवित्र नदी में स्नान करना और रामायण, भगवद गीता के ग्रथों का पाठ करना शुभ माना जाता है। लेकिन इस दौरान किसी भी तरह का मांगलिक कार्य यानी शादी विवाह और मुंडन आदि कार्य नहीं करना चाहिए इन कार्यों की मनाही होती है।
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