धर्म-अध्यात्म

आषाढ़ अमावस्या के दिन करें ये उपाय, कालसर्प दोष का होगा निवारण

Tara Tandi
14 Jun 2023 2:17 PM GMT
आषाढ़ अमावस्या के दिन करें ये उपाय, कालसर्प दोष का होगा निवारण
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अमावस्या की तिथि हर माह में आती हैं जिसे धार्मिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण माना जाता हैं इस दिन स्नान दान व पूजा पाठ का विधान होता हैं मान्यता है कि अमावस्या तिथि पर अगर पवित्र नदियों में स्नान कर देवी देवताओं की विधिवत पूजा की जाए तो उत्तम फलों की प्राप्ति होती हैं पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की आखिरी तारीख को अमावस्या पड़ती हैं।
अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है और इस माह की अमावस्या को आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जा रहा हैं जो कि 18 जून दिन रविवार को पड़ रही हैं इस दिन का बहुत महत्व होता हैं। अमावस्या तिथि पितरों को भी समर्पित मानी जाती हैं ऐसे में इस दिन पितरों के निमित्त श्राद्ध और तर्पण करने से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता हैं। इस दिन को कालसर्पदोष और पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए भी विशेष माना जाता हैं आषाढ़ अमावस्या पर कुछ विशेष उपायों को करके आप पितृदोष और काल सर्पदोष को दूर कर सकते हैं तो आज हम आपको उन्हीं उपायों के बारे में बता रहे हैं।
कालसर्प दोष निवारण उपाय—
अगर किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है तो ऐसे में आप आषाढ़ अमावस्या के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करें लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि ये पूजा राहुकाल में ही होनी चाहिाए क्योंकि कुंडली में राहु केतु की विशेष स्थिति के कारण ही कालसर्पदोष उत्पन्न होता हैं। इसके अलावा अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करें और नाग नागिन का एक जोड़े की पूजा कर नदी में प्रवाहित कर दें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती हैं।
पितृदोष निवारण के उपाय—
वही पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए आप आषाढ़ अमावस्या के दिन सुबह स्नान आदि करें इसके बाद पितरों का तर्पण करें पितरों के निमित्त वस्त्र, अन्न आदि का दान किसी गरीब को करें इससे पितृदोष से मुक्ति मिल जाती हैं इसके अलावा अमावस्या तिथि पर संध्याकाल में पीपल के पेड़ के नीचे सरसों तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती हैं।
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