धर्म-अध्यात्म

आज भानु सप्तमी पर करें ये आसान उपाय

Apurva Srivastav
25 Jun 2023 8:11 AM GMT
आज भानु सप्तमी पर करें ये आसान उपाय
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हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे व्रत त्योहार मनाएं जाते हैं लेकिन सूर्यदेव की पूजा को समर्पित भानु सप्तमी का त्योहार बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि पर मनाया जाता हैं। इस बार भानु सप्तमी का व्रत पूजन 25 जून दिन रविवार यानी आज किया जा रहा हैं।
इस दिन सूर्य उपासना उत्तम फल प्रदान करती हैं। ऐसे में भक्त भानु सप्तमी के दिन भगवान श्री सूर्यदेव की विधिवत पूजा करते हैं और दिनभर का उपवास भी रखते हैं ऐसा माना जाता हैं कि इस दिन पूजा पाठ करने से भगवान प्रसन्न होकर अपनी कृपा करते हैं लेकिन इसी के साथ ही आज यानी भानु सप्तमी के दिन सूर्य पूजा में अगर श्री सूर्य अष्टकम का पाठ भक्ति सभाव से किया जाए तो धन धान्य में बढ़ोत्तरी होने लगती हैं साथ ही जीवनभर सूर्य कृपा बनी रहती हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं ये चमत्कारी पाठ।
श्री सूर्य अष्टकम ॥
आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीद मम भास्कर ।
दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोSस्तु ते ॥1॥
सप्ताश्वरथमारूढं प्रचण्डं कश्यपात्मजम् ।
श्वेतपद्मधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥2॥
लोहितं रथमारूढं सर्वलोकपितामहम् ।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥3॥
त्रैगुण्यं च महाशूरं ब्रह्मविष्णुमहेश्वरम् ।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥4॥
बृंहितं तेज:पु़ञ्जं च वायुमाकाशमेव च ।
प्रभुं च सर्वलोकानां तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥5॥
बन्धूकपुष्पसंकाशं हारकुण्डलभूषितम् ।
एकचक्रधरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥6॥
तं सूर्यं जगत्कर्तारं महातेज:प्रदीपनम् ।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥7॥
तं सूर्यं जगतां नाथं ज्ञानविज्ञानमोक्षदम् ।
महापापहरं देवं तं सूर्यं प्रणमाम्यहम् ॥8॥
इति श्रीशिवप्रोक्तं सूर्याष्टकं सम्पूर्णम् ।
सूर्याष्टकं पठेन्नित्यं ग्रहपीडा प्रणाशनम् ।
अपुत्रो लभते पुत्रं दारिद्रो धनवान् भवेत् ॥
अमिषं मधुपानं च यः करोति रवेर्दिने ।
सप्तजन्मभवेत् रोगि जन्मजन्म दरिद्रता ॥
स्त्री-तैल-मधु-मांसानि ये त्यजन्ति रवेर्दिने ।
न व्याधि शोक दारिद्र्यं सूर्य लोकं च गच्छति ॥
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