धर्म-अध्यात्म

आज कालाष्टमी व्रत के दिन जरूर करें भैरव बाबा की ये आरती

Subhi
23 April 2022 3:18 AM GMT
आज कालाष्टमी व्रत के दिन जरूर करें भैरव बाबा की ये आरती
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आज कालाष्टमी व्रत है। कालाष्टमी व्रत के दिन भैरव बाबा की पूजा- अर्चना की जाती है। भैरव बाबा को प्रसन्न करने के लिए इस दिन भैरव बाबा की आरती जरूर करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान की आरती करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और दुख- दर्द दूर होते हैं।

आज कालाष्टमी व्रत है। कालाष्टमी व्रत के दिन भैरव बाबा की पूजा- अर्चना की जाती है। भैरव बाबा को प्रसन्न करने के लिए इस दिन भैरव बाबा की आरती जरूर करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान की आरती करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है और दुख- दर्द दूर होते हैं। आगे पढ़ें भैरव बाबा की आरती-

श्री भैरव जी की आरती

सुनो जी भैरव लाडले, कर जोड़ कर विनती करूं

कृपा तुम्हारी चाहिए , में ध्यान तुम्हारा ही धरूं

मैं चरण छूता आपके, अर्जी मेरी सुन सुन लीजिए

मैं हूँ मति का मंद, मेरी कुछ मदद तो कीजिए

महिमा तुम्हारी बहुत, कुछ थोड़ी सी मैं वर्णन करूं

सुनो जी भैरव लाडले...

करते सवारी श्वानकी, चारों दिशा में राज्य है

जितने भूत और प्रेत, सबके आप ही सरताज हैं |

हथियार है जो आपके, उनका क्या वर्णन करूं

सुनो जी भैरव लाडले...

माताजी के सामने तुम, नृत्य भी करते हो सदा

गा गा के गुण अनुवाद से, उनको रिझाते हो सदा

एक सांकली है आपकी तारीफ़ उसकी क्या करूँ

सुनो जी भैरव लाडले...

बहुत सी महिमा तुम्हारी, मेहंदीपुर सरनाम है

आते जगत के यात्री बजरंग का स्थान है

श्री प्रेतराज सरकारके, मैं शीश चरणों मैं धरूं

सुनो जी भैरव लाडले...

निशदिन तुम्हारे खेल से, माताजी खुश होती रहें

सर पर तुम्हारे हाथ रखकर आशीर्वाद देती रहे

कर जोड़ कर विनती करूं अरुशीश चरणों में धरूं

सुनो जी भैरव लाड़ले, कर जोड़ कर विनती करूं

जय भैरव देवा, प्रभु जय भैंरव देवा।

जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।।

तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक।

भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।

वाहन शवन विराजत कर त्रिशूल धारी।

महिमा अमिट तुम्हारी जय जय भयकारी।।

तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होंवे।

चौमुख दीपक दर्शन दुख सगरे खोंवे।।

तेल चटकि दधि मिश्रित भाषावलि तेरी।

कृपा करिए भैरव करिए नहीं देरी।।

पांव घुंघरू बाजत अरु डमरू डमकावत।।

बटुकनाथ बन बालक जन मन हर्षावत।।

बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावें।


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