धर्म-अध्यात्म

शनि प्रदोष व्रत पर जरूर करें ये सरल उपाय

Tara Tandi
6 April 2024 11:20 AM GMT
शनि प्रदोष व्रत पर जरूर करें ये सरल उपाय
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ज्योतिष न्यूज़ : आज यानी 6 अप्रैल दिन शनिवार को शनि प्रदोष व्रत किया जा रहा है जो कि शिव साधना को समर्पित होता है इस दिन भक्त भगवान शिव और माता पार्वती की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से शिव की कृपा प्राप्त होती है
लेकिन इसी के साथ ही अगर आज के दिन शिवशक्ति की पूजा कर जानकीकृत पार्वती स्तोत्र का पाठ भक्ति भाव से किया जाए तो विवाह में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं और शीघ्र विवाह के योग भी बनने लगते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं ये चमत्कारी पाठ।
।।जानकीकृतं पार्वती स्तोत्र।।
जानकी उवाच
शक्तिस्वरूपे सर्वेषां सर्वाधारे गुणाश्रये।
सदा शंकरयुक्ते च पतिं देहि नमोsस्तु ते।।
सृष्टिस्थित्यन्त रूपेण सृष्टिस्थित्यन्त रूपिणी।
सृष्टिस्थियन्त बीजानां बीजरूपे नमोsस्तु ते।।
हे गौरि पतिमर्मज्ञे पतिव्रतपरायणे।
पतिव्रते पतिरते पतिं देहि नमोsस्तु ते।।
सर्वमंगल मंगल्ये सर्वमंगल संयुते।
सर्वमंगल बीजे च नमस्ते सर्वमंगले।।
सर्वप्रिये सर्वबीजे सर्व अशुभ विनाशिनी।
सर्वेशे सर्वजनके नमस्ते शंकरप्रिये।।
परमात्मस्वरूपे च नित्यरूपे सनातनि।
साकारे च निराकारे सर्वरूपे नमोsस्तु ते।।
क्षुत् तृष्णेच्छा दया श्रद्धा निद्रा तन्द्रा स्मृति: क्षमा।
एतास्तव कला: सर्वा: नारायणि नमोsस्तु ते।।
लज्जा मेधा तुष्टि पुष्टि शान्ति संपत्ति वृद्धय:।
एतास्त्व कला: सर्वा: सर्वरूपे नमोsस्तु ते।।
दृष्टादृष्ट स्वरूपे च तयोर्बीज फलप्रदे ।
सर्वानिर्वचनीये च महामाये नमोsस्तु ते।।
शिवे शंकर सौभाग्ययुक्ते सौभाग्यदायिनि।
हरिं कान्तं च सौभाग्यं देहि देवी नमोsस्तु ते।।
फलश्रुति
स्तोत्रणानेन या: स्तुत्वा समाप्ति दिवसे शिवाम्।
नमन्ति परया भक्त्या ता लभन्ति हरिं पतिम्।।
इह कान्तसुखं भुक्त्वा पतिं प्राप्य परात्परम्।
दिव्यं स्यन्दनमारुह्य यान्त्यन्ते कृष्णसंनिधिम्।।
(श्री ब्रह्मवैवर्त पुराणे जानकीकृतं पार्वतीस्तोत्रं सम्पूर्णम्।।)
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