- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- धर्म-अध्यात्म
- /
- संकष्टी चतुर्थी के दिन...
x
Sankashti Chaturthi 2021: संकष्टी चतुर्थी के दिन समस्याओं और दुखों से छुटकारा पाने के लिए भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है. संकष्टी चतुर्थी कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष के चौथे दिन मनाई जाती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साल 2021 की आखिरी संकष्टी चतुर्थी आज है. हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है. ऐसे में पौष माह में कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी आज यानी कि 22 दिसंबर को है. पौष माह की चतुर्थी तिथि (Paush Month Chaturthi Tithi) को संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2021) को हर एक भक्त श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाता है. संकष्टी चतुर्थी भगवान श्री गणेश जी (Lord Ganesha Puja) को समर्पित बहुत पुण्य से भरा दिन होता है.
इस खास दिन भगवान श्री गणेश की पूजा-उपासना की जाती है. इतना ही नहीं धार्मिक मान्यता की मानें तो विघ्नकर्ता भगवान श्रीगणेश की पूजा-उपासना करने से व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि का आगमन होता है. ऐसे में संकष्टी चतुर्थी के दिन सच्ची श्रद्धा और भक्ति से गणपति बप्पा की पूजा करनी चाहिए. वहीं, गणपति बप्पा को प्रसन्न करने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन इन उपायों को जरूर करें
संकष्टी चतुर्थी के दिन करें ये उपाय
1- आपको बता दें कि इस दिन केले के पत्ते पर रोली से त्रिकोण बनाएं फिर उसके समक्ष दीपक जलाकर रख दें. फिर इस पत्ते के मध्य में मसूर की दाल और लाल मिर्च रख अग्ने सखस्य बोधि नः मंत्र का जाप करें. ऐसा करने से और जप करने से सभी परेशानी दूर हो जाती हैं.
2- आप प्रभु के सामने निम्न मंत्र का जाप करें, और प्रार्थना करें, कि कृपा करो गणना,प्रभु-शुभता कर दें साथ,रिद्धि-सिद्धि शुभ लाभ,प्रभु, सब हैं तेरे पास।।
अर्थात सब मेरे साथ हो-हे गणपति भगवान। पूर्ण करो प्रभु कामना, आपको बारंबार प्रणाम।। इस मंत्र के जरिए व्यक्ति भगवान गणेश से शुभ लाभ देने की कामना करता है।अतः जीवन में व्यापक बदलाव के लिए विनायक चतुर्थी के दिन इन मंत्रों का जरूर जाप करें.
3. भगवान गणेश को खुश करने के लिए पूजा में गेंदे के फूल अर्पित करें और फिर प्रभु को भोग में मोदक के साथ गुड़ को भेट करें.
4. भगवान के सामने ॐ गं गौं गणपतये विघ्न विनाशिने स्वाहा मंत्र का का जप करें. कहते हैं कि इस मंत्र जाप से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी बाधाएं दूर होती हैं.
5. इसके अलावा प्रभु वो दूव चढ़ाएं और समी पत्र भी चढ़ाएं इससे भी भगवान की कृपा मिलती है.
संकष्टी चतुर्थी दिसंबर 2021 तिथि
पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 22 दिसंबर, बुधवार को है.
संकष्टी चतुर्थी दिसंबर 2021 तिथि का समय
चतुर्थी तिथि 22 दिसंबर को शाम 04:52 बजे से शुरु होगी और 23 दिसंबर को शाम 06:27 बजे समाप्त होगी.
संकष्टी चतुर्थी दिसंबर 2021 पूजा का समय
इस दिन इंद्र योग दोपहर 12:04 बजे तक है, इंद्र योग में संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा. संकष्टी चतुर्थी पूजा शुभ मुहूर्त सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे के मध्य तक है. इस दौरान आप भगवान श्रीगणेश की पूजा कर सकते हैं.
चंद्र दर्शन मुहूर्त
चंद्र दर्शन मुहूर्त- रात्रि 08 बजकर 30 मिनट से, रात्रि 09 बजकर 30 मिनट तक रहेगा.
Next Story