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- चंद्र ग्रहण में जरूर...
अक्सर आधुनिक परिवेश में पढ़-लिखकर बड़े हुए युवा कहते हैं कि मैं ग्रहण वगैरह को नहीं मानता हूं. यह अवधारणा ठीक नहीं है. ग्रह भी हमारे देव हैं, इष्ट हैं और ग्रहण का मतलब है कि उन पर संकट आया हुआ है. जब उन पर संकट हो, ऐसे में पृथ्वी लोक में बैठे मनुष्य कैसे मनोरंजन कर सकते हैं. इससे तो हमारे देव कुपित हो जाएंगे कि जिस अवधि में हम कष्ट पर थे तो उस समय लोग मनोरंजन करने में व्यस्त थे.
मंगलवार 8 नवंबर 2022 को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण वैसे तो मेष राशि पर ही पड़ रहा है, किंतु इसका प्रभाव सभी राशियों पर कुछ न कुछ अवश्य पड़ता है. ग्रहण किसी के लिए भी अच्छा तो नहीं हो सकता है, यह अच्छा तो केवल राहु और केतु के लिए ही हो सकता है, जो हमारे देव को कष्ट दे रहे हैं. एक बात सभी राशि वालों को गांठ बांध लेनी चाहिए कि ग्रहण काल में मनोरंजन भूलकर भी नहीं करना है. घर में बैठकर टीवी पर मूवी, सीरियल या ओटीटी प्लेटफार्म पर किसी अन्य तरीके से मनोरंजन नहीं करना चाहिए.
ग्रहण काल में भूलकर भी न सोएं
एक बात और ध्यान रखनी है कि ग्रहण काल में भूलकर भी सोना नहीं है. ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि पंडित जी ने कहा है कि ग्रहण काल में कुछ भी नहीं करना है तो आप चादर तानकर सो जाएं. ग्रहण का प्रारंभ दोपहर 02:39 बजे होगा और समाप्ति 6:19 बजे पर होगी, इसलिए इस अवधि में आप जाप कर सकते हैं. जाप करना नहीं आता है तो नाम जप या फिर ईश्वर के भजन गा सकते हैं. मोबाइल पर केवल भजन सुनने का कार्य कर सकते हैं. इष्ट पर संकट के समय आप कैसे निश्चिंत हो सकते हैं.
अपने परिवार के सदस्य के रूप में समझें
यदि आपके परिवार का कोई सदस्य किसी परेशानी में हो, उसका गली मोहल्ले में किसी से झगड़ा या मारपीट हो रहा हो तो उस समय आप अपने घर पर मूवी देखकर मनोरंजन नहीं कर सकते हैं. इस घटना के आपके संज्ञान में आते ही आप जैसे होंगे, वैसे ही परिवार के सदस्य को बचाने के लिए दौड़ पड़ेंगे. जब अपने परिवार के सदस्य के लिए आप इतना करते हैं तो फिर अपने ईष्ट पर संकट के समय मनोरंजन करना कैसे ठीक हो सकता है.