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अंगूठी पहनने का शौक बहुत से लोगों को होता है. कुछ लोग अपनी राशि के अनुसार पहनते हैं
अंगूठी पहनने का शौक बहुत से लोगों को होता है. कुछ लोग अपनी राशि के अनुसार पहनते हैं, तो कुछ को सोने-चांदी की अंगूठी पहनना पसंद होता है. फिलहाल इन दिनों कछुआ रिंग का चलन काफी देखने को मिल रहा है. वास्तुशास्त्र के अनुसार कछुआ रिंग पहनने से व्यक्ति का भाग्य खुल जाता है. मान्यताओं के अनुसार, इसका सीधा संबंध धन की देवी लक्ष्मी से होता है. जो व्यक्ति यह अंगूठी पहनता है, वह माता लक्ष्मी की विशेष कृपा का पात्र होता है. वास्तुशास्त्र के अलावा चाइनीज़ फेंगशुई में भी कछुए को धन आकर्षित करने और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. अगर आप भी इस अंगूठी को पहनने के बारे में सोच रहें हैं, तो इंदौर के रहने वाले ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित कृष्णकान्त शर्मा हमें इसे पहनने के कुछ नियम बता रहे हैं.
कछुआ रिंग पहनने के लाभ
वास्तुशास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति कछुआ रिंग धारण करता है, उसके जीवन में हर तरह की सुख-सुविधाओं और धन की प्राप्ति होती है. इसके अलावा आर्थिक तंगी दूर होती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कछुए को भगवान विष्णु का कच्छप अवतार माना जाता है. यह अवतार भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन के समय लिया था. इस अंगूठी को पहनने से आत्मविश्वास की बढ़ोत्तरी होती है, साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है.
बिना सलाह के ना पहने इन राशि के जातक
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मेष, कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों को बिना ज्योतिष परामर्श के इसे नहीं धारण करना चाहिए. इससे ग्रह दोष होने से बड़ा नुकसान उठा सकते हैं.
कब खरीदें कछुआ रिंग
कछुआ रिंग खरीदने के लिए शुक्रवार का दिन सर्वोत्तम माना जाता है. इसे खरीदने के बाद घर में माता लक्ष्मी की तस्वीर के सामने रखें. उसके बाद इसे दूध-जल के मिश्रण में धोएं या फिर गंगा जल से धोकर पवित्र करें. अब 108 बार माता लक्ष्मी के मंत्र का जाप करें और फिर अगरबत्ती दिखाकर इसे धारण करें.
कछुआ रिंग पहनने का सही तरीका और दिन
कछुआ रिंग शुक्रवार के दिन धारण करना शुभ होता है. इसे पहनते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसका मुख आपकी तरफ हो. इससे धन आकर्षित होता है. कछुए का मुख बाहर की तरफ होने पर धन के व्यय होने की संभावना होती है. इस अंगूठी को हमेशा सीधे हाथ की बीच वाली उंगली या फिर तर्जनी उंगली में पहनना चाहिए..

Ritisha Jaiswal
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