धर्म-अध्यात्म

महाशिवरात्रि पर गलती से भी भगवान शिव पर ना चढ़ाएं ये सामग्री

Bhumika Sahu
15 Feb 2022 7:08 AM GMT
महाशिवरात्रि पर गलती से भी भगवान शिव पर ना चढ़ाएं ये सामग्री
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Maha Shivratri 2022: महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ को खुश करने के लिए भक्त विशेष रूप से पूजा करते हैं. इस दिन व्रत रखने से भी कष्टों का नाश होता है...

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। महाशिवरात्रि (Maha Shivratri) हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है. शिव भक्तों के लिए ये दिन बहुत ही फलदायी होता है. इस दिन भगवान भोलेनाथ की भक्त पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा और अर्चना करते हैं. बता दें कि हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को महाशिवरात्रि (Maha Shivratri kb hai) मनाई जाती है. ऐसे में 2022 में महाशिवरात्रि 1 मार्च दिन मंगलवार को पड़ रही है. हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन ही भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. यही कारण है कि इस खुशी में ही इस त्योहार को खास रूप से मनाया जाता है. कहते हैं जो लड़कियां शिवरात्रि का व्रत रहती हैं, उनको योग्य वर मिलता है. ऐसे में क्या आपको पता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ (Lord shiv) को कुछ चीजों को चढ़ाना मना है.

जानिए क्या शिवरात्रि पर भोलेनाथ को अर्पित ना करें
1- ऐसी मान्यता है कि तुलसी माता लक्ष्मी का रूप है और मां लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी हैं.इस कारण से ही तुलसी को शिवजी पर नहीं चढ़ाया जाता है. एक पौराणिक कथा के अनुसार जिस वक्त हर कोई धरती पर जालंधर नाम के राक्षस से परेशान था और उसको कोई पस्त नहीं कर पा रहा था, क्योंकि उसकी पतिव्रता पत्नी वृंदा के तप जुड़ी थी. उस समय लोगों के उद्धार के लिए भगवान विष्णु ने छल से वृंदा के पति का रूप धारण कर तप भ्रष्ट किया था और फिर भगवान शिव ने जालंधर का वध किया था. इसके बाद ही तुलसी जी ने स्वयं ही भगवान भोलेनाथ के पूजन सामग्री में न शामिल होने की बात कही थी.
2- इतना ही नहीं ऐसी भी मान्यता है कि भगवान शंकर वैरागी हैं और वैरागी होने के कारण से वह अपने माथे पर राख या भस्म लगाते हैं. शिव पुराण में भगवान शिव को को कुमकुम नहीं लगाने के बारे में उल्लेखित किया गया है.
3-हल्दी को ऐसे तो कई कार्यों के लिए उपयोग में लाया जाता है और भगवान शिव वैरागी हैं और सभी सांसारिक सुखों को त्याग हुए हैं. इसलिए हल्दी को भी भगवान शिव की पूजा में शामिल नहीं किया जाता है. अगर शिव जी को हल्दी लगाते हैं तो इससे इंसान का चंद्रमा कमजोर हो जाता है.
4-मान्यता के अनुसार लाल फूल भगवान गलती से भी लाल फूल नहीं चढ़ाना चाहिए. ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन आप भी गलती से भी शिव जी को लाल फूल ना चढ़ाएं.
5- कहा जाता है कि भोलेनाथ ने असुर शंखचूड़ का वध किया था और उस असुक की शंख प्रतीक माना जाता है. इसी कारण से भगवान शंकर की पूजा में ना तो शंख बजाना वर्जित माना जाता है.
6- आपको बता दें कि भोलेनाथ पर नारियल चढ़ाया जाता है, लेकिन नारियल पानी बिल्कुल नहीं चढ़ाया जाता है. ऐसे में शिवरात्रि पर इस बात का आप खास ध्यान रखें.


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